मलाऊन रुशदी ख़ुद से ख़ौफ़ज़दा , इंटेलीजेंस ने ख़तरा की इत्तिला नहीं दी

मुंबई/ जयपुर, २२ जनवरी (पी टी आई) महाराष्ट्रा पुलिस ने मलाऊन मुसन्निफ़ सलमान रुशदी को मुंबई के किराया के क़ातिलों से लाहक़ ख़तरे के बारे में शुबहात का इज़हार किया, क्योंकि उन्हें ख़तरात की बिना उसे जयपुर में अदबी फेस्टीवल में शिरकत से गुरेज़ करना पड़ा था।

इस दौरान जयपुर पुलिस भी फेस्टीवल में सलमान रुशदी से इज़हार यगानगत करते हुए ममनूआ किताब शैतानी कलिमात के इक़्तिबासात पढ़े जाने की तहक़ीक़ात कर रही है। लिटरेरी फेस्टीवल के पहले दिन मलाऊन सलमान रुशदी ने एक पयाम रवाना करते हुए दौरा मंसूख़ करने के फ़ैसले से वाक़िफ़ करवाया। इसने कहा कि महाराष्ट्रा और राजिस्थान में इंटेलीजेंस ज़राए ने मतला किया है कि मुंबई अंडरवर्ल्ड से ताल्लुक़ रखने वाले किराया के क़ातिल इस का सफ़ाया करने की पूरी तैयारी कर चुके हैं।

रुशदी ने दावा किया कि इन इत्तिलाआत की बिना उसे हिंदूस्तान आने का मंसूबा तर्क करना पड़ा। महाराष्ट्रा डायरेक्टर जनरल पुलिस के सुब्रामणियम ने मुंबई में पी टी आई को बताया कि मुंबई अंडरवर्ल्ड के गैंगस्टर्स या किराया के क़ातिलों के सलमान रुशदी को निशाना बनाने से मुताल्लिक़ ऐसा कोई इत्तिला हमारे पास नहीं है चुनांचे इस बारे में दूसरों को वाक़िफ़ करवाने का सवाल ही कहां पैदा होता है।

सुब्रामणियम ने कहा कि उन्हें ये भी नहीं मालूम कि क्या राजस्थान पुलिस ने सलमान रुशदी को ऐसी कोई इत्तिला फ़राहम की है। अंडरवर्ल्ड से मुताल्लिक़ उमोर से आम तौर पर मुंबई पुलिस क्राईम ब्रांच निमटती है और इस में भी रुशदी की ज़िंदगी को लाहक़ ख़तरात के बारे में इंटेलीजेंस इत्तिला की तरदीद की है।

डिप्टी कमिशनर पुलिस (क्राईम) निसार तंबोली ने कहा कि हमें अंडरवर्ल्ड से सलमान रुशदी को किसी तरह के नुक़्सान की इत्तिला नहीं है। एक सीनीयर आई पी एस ओहदेदार ने अपनी शनाख़्त मख्फ़ी रखने की शर्त पर बताया कि सलमान रुशदी को सिर्फ बुनियाद परस्तों से ख़तरा लाहक़ है, अंडरवर्ल्ड से नहीं।

जयपुर पुलिस ने कल लिटरेरी फेस्टीवल के पहले दिन के वीडीयो फूटेज तलब किए हैं जिस में मुबय्यना तौर पर हिंदूस्तान में ममनूआ शैतानी कलिमात के बाअज़ हिस्से पढ़ कर सुनाए गए। जुए पर पुलिस एडीशनल कमिशनर बीजू जॉर्ज जोजफ ने कहा कि मुंतज़मीन से कल के सैशन की तमाम तफ़सीलात तलब की गई हैं। हम इन का जायज़ा लेने के बाद ही कोई कार्रवाई करेंगे। शैतानी कलिमात के इक़तिबासात पढ़ कर सुनाए जाने पर मुसन्निफ़ीन में भी इख़तेलाफ़ात पैदा होगए हैं।