पाकिस्तान की कमसिन जहद कार मलाला यूसुफ़ ज़ई जो बर्तानिया के एक अस्पताल में रूबा सेहत है , इस के वालिद को पाकिस्तानी क़ौंसलख़ाना वाके बर्मिंघम में मुलाज़मत फ़राहम की गई है । ज़िया-ए-उद्दीन यूसुफ़ ज़ई सद रशोबा-ए-तालीमात होंगे जो सिफ़ारतख़ाना का एक हिस्सा है ।
उन्हें एस ओहदा पर 3 साल के लिए मुक़र्रर किया गया है जिस में मज़ीद 2 साल की तौसीअ की जा सकती है। बीबी सी ने हकूमत-ए-पाकिस्तान के हवाले से ख़बर दी है कि उन की दुख़तर मलाला बर्मिंघम के कुईन एलज़ेबथ हॉस्पिटल में ज़ेर-ए-इलाज है ।
15 साला लड़की को पाकिस्तानी तालिबान ने 9 अक्तूबर को वादी स्वात में सर पर गोली मारी थी जिस के बाद इसे पाकिस्तान में ईलाज के बाद ईलाज के मक़सद से बर्तानिया ले जाया गया ।