स्वात : मलाला यूसुफजई पर हमला करने वालों को उम्रकैद दी गई है। जुमेरात के रोज़ स्वात की एक Counter-terrorism court ने 10 दहशतगर्दों को ताउम्र जेल में रहने की सजा सुनाई।
सितंबर 2014 में इन 10 दहशतगर्दों को गिरफ्तार किया गया था। इन पर मलाला और दिगर दो स्कूली तालिबात पर हमला करने के इल्ज़ाम में मुकदमा चला था।
दहशतगर्दों ने कुबूल किया था कि वे तहरीक ए तालिबान के अपने कमांडर मुल्ला फजलुल्लाह की हिदायतों पर काम कर रहे थे। उन्होंने मलाला यूसुफजई, शाजिया रमजान और कायनात रियाज को तब गोली मार दी थी जब वे बस में स्कूल जा रही थीं।
मलाला लड़कियों की तालीम के लिए काम कर रही थीं जो तालिबान को नागवार था। उनके सिर में गोली लगी थी और वह कई महीने तक लंदन के अस्पताल में शरीक रही थीं।
गुजश्ता साल उन्हें अमन के लिए नोबेल अवार्ड से नवाज़ा गया।