मलिका बर्तानिया की डायमंड जुबली, मलिका के रूप में ख़ातून शंघाई पहुंच गईं

मलिका बर्तानिया अलिज़ा बेथ दोयम की ताजपोशी को 60 साल मुकम्मल ( पूरा) होने की तक़रीबात (उत्सव) दुनिया भर के कई ममालिक ( देशो, मुल्कों) में शुरू हो चुकी हैं इसी हवाले से चीनियों में डायमंड जुबली का जोश-ओ-ख़ुरोश बढ़ाने मलिका बर्तानिया का लुबादा ओढ़े उन से मुमासिलत रखती ख़ातून भी चीन के शहर शंघाई पहुंच चुकी हैं।

ख़ुसूसी तौर पर इस मक़सद के लिए चीन आने वाली नक़ली मल्लिका-ए-बर्तानिया ने एक शॉपिंग माल में मुक़ामी चीनियों से मुलाक़ात की और उन से गर्मजोशी से मुसाफ़ा (दोस्ती/ हाथ मिलाना) करते नज़र आए। ऐसा महसूस हो रहा था जैसे लोग मलिका बर्तानिया से मुलाक़ात कर रहे हैं क्योंकि इस ख़ातून ने ना सिर्फ लिबास और वज़ा क़ता ( वेशभूसा) बल्कि आदात-ओ-अत्वार भी मलिका बर्तानिया की तरह अपना लिए थे।