“मशरूम”, अल्जाइमर और डिमेंशिया को रोकने में कर सकता है मदद

मशरूम का आहार नियमित रूप से करने से दिमाग में ऐसी नसों का विकास होता है जिससे बढ़ती उम्र के साथ होने वाले रोगों – डिमेंशिया और अल्जाइमर को रोकने में मदद मिलती है, कुछ शोधकर्ताओं ने सुझाव देते हुए बताया, इन शोधकर्ताओं के समूह में भारतीय मूल के शोधकर्ता भी शामिल हैं ।

डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसे न्यूरोडिजेनेरेटिव रोगों के विकास में वृद्धि होती जा रही है। अनुमान है की २०२० तक  दुनिया भर में इन रोगों के ४२ लाख मामले हो जायेंगे।

निष्कर्षो से पता चलता है की कुछ खाने योग्य और औषधीय मशरूमो में ऐसे बायोएक्टिव तत्व होते हैं जो दिमाग की नसों में सूजन पैदा करने में कमी करता है । गौरतलब है की ज़्यादातर दिमाग की नसों में सूजन के कारण ही इन बिमारियों के होने की सम्भावना बढ़ती है। सबूत के अनुसार, मशरूम में एंटीऑक्सिडेंट,एंटीट्यूमर, एंटी-वायरस, एंटी-कैंसर,इम्मुनोमोड्यूलेटिंग, एंटीमाइक्रोबियल और मधुमेह रोधी गतिविधियां होती हैं, मलेशिया के मलाया विश्वविद्यालय के विकीनेस्वरी सबर्तनम ने कहा।

मशरुम जिनमे नसों की सूजन कम करने की विशेषताएं होती हैं, उसका नियमित रूप से सेवन करने से बढ़ती उम्र में होने वाली जीर्ण बीमारियों से बचा जा सकता है । आज जो भी औषधियां उपलब्ध हैं, वे इन न्यूरोडिजेनेरेटिव बीमारियों पर असर नहीं करती और साथ में उनके कई दुष्प्रभाव भी हैं। यह औषधियां केवल बीमारी की प्रगति में एक देरी प्रदान करती हैं, इसलिए ज़रूरी है की इन बीमारियों का इलाज जल्द ही ढूंढा जाये,सबर्तनं ने कहा।