मुंबई: गुजरे जमाने की जानी-मानी अदाकारा साधना का आज इंतेक़ाल हो गया है. वे काफी दिनों से बीमार चल रही थीं. गुजश्ता दिनों मुंह में कैंसर की शिकायत के बाद उनकी सर्जरी करायी गई थी. सर्जरी मुंबई के केजे सोमैया मेडिकल में की गई थी. उनकी सर्जरी मुसलसल नौ घंटों तक चली थी.
साठ और सत्तर के दहा की मशहूर अदाकारा साधना शिवदासानी ने बॉलीवुड की कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया. 73 साला अदाकारा ने अपनी फिल्मी करियर की शुरुआत 15 साल की उम्र में साल 1955 में आयी राज कपूर की फिल्म ‘श्री420’ से की थी.
इस फिल्म में उन्होंने कैमियो किया था. इसके बाद उन्होंने ने कई बेहतरीन फिल्में दी. इसमें ‘आरजू’, ‘मेरे मेहबूब’, ‘लव इन शिमला’ और ‘वो कौन थी’ ‘वक्त’ शामिल है. इसी साल मई में कैंसर और एड्स से मुतास्सिर के सपोर्ट के लिए साधना बॉलीवुड अदाकारा रणवीर कपूर के साथ रैंप पर नजर आयी थीं.
साधना की पैदाइश 02 सितंबर 1941 को कराची (पाकिस्तान) में हुई थी . साधना मशहूर डायरेक्टर आर के नय्यर की शरीक ए हयात थी. नशीली और बोलती आंखों की मलिका साधना को बॉलीवुड की पहली फैशन आईकन के तौर पर शुमार किया जाता है.
साधना ने साठ और सत्तर के दहा में अपनी मख्सूस अदाकारी से मद्दाहो को अपना दीवाना बनाया. उनके बालों का कट खासा मकबूल हुआ जो ‘साधना कट’ के नाम से मशहूर था. साधना अपने वालिदैन की एकलौती औलाद थी इसलिये उनका बचपन बड़े प्यार से गुजरा .
उनकी सुपरहिट फिल्मों में ‘मेरे महबूब’, ‘आरजू’, ‘एक फूल दो माली’ ‘हम दोनों’, ‘असली नकली’ और ‘वक्त’ जैसी फिल्में शामिल है. उनपर फिल्माया गाना ‘झूमका गिरा रे…’ आज भी मशहूर है. उनकी अदाकारी और उनके किरदार ने नाज़रीन को मुतास्सिर किया. उन्होंने राजेंद्र कुमार, सुनील दत्त, देवानंद और मनोज कुमार जैसे अदाकारों के साथ काम किया और अपनी अदाकारी का लोहा मनवाया.