मशहूर अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज़ के अभिव्यक्ति के अधिकार के हनन का विरोध

रांची: एक अखबार द्वारा 13 अगस्त को आयोजित एक कार्यक्रम में ज्यां द्रेज़ को अपनी बात पूरी न कर पाने का आज झारखंड के कई सामाजिक कार्यकर्ताओं व बुद्धीजीवियों ने घोर विरोध किया.

अपने भाषण में ज्या द्रेज़ ने सरकार का हाल में एक विज्ञापन द्वारा ईसाई समुदाय पर आक्रमण करने की निंदा की. उन्होंने कहाँ कि इस विज्ञापन में महात्मा गांधी द्वारा धार्मिक रूपांतरण के विषय में कही गई बातों को मोड़ तोड़ कर रखा गया है और राज्य सरकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारों को गांधी के वचन बोल कर जनता को भ्रमित कर रही है. ज्यां द्रेज़ ने झारखंड सरकार की राज्य में बढ़ते अपराधों के लिए भी आलोचना की. उन्होंने राज्य के विधायकों के अपराधिक अतीत पर भी टिप्पणी की.

ज्यां द्रेज़ द्वारा कहा गया कड़वा सच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों को पचा नहीं. केंद्र मंत्री राधा मोहन सिंह, कृषि मंत्री रंधीर सिंह, शहरी विकास मंत्री सी पी जोशी व पार्टी के अन्य समर्थकों ने ज्यां द्रेज़ को अपनी बात पूरी नहीं करने दी. रंधीर सिंह ने ज्यां द्रेज़ को मंच से हटाने की मांग भी की. कई लोगों ने ज्यां द्रेज़ को ज़बरदस्ती मंच से उतारने की भी कोशिश की. इस प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री व सामाजिक कार्यकर्ता से माफ़ी मांगने को भी कहाँ गया.

यह घटना झारखंड व देश में बढ़ती असहिष्णुता व लोगों के अभिव्यक्ति, इकत्रित होने, अपनी चाह का काम करने, अपनी संस्कृति की रक्षा करने व सम्मानजनक जीने के अधिकारों के हनन का एक उदाहरण है.

राज भवन पर इकत्रित लोगों ने अपने मुंह पर काली पट्टियां बाँध के अपना प्रतिरोध व्यक्त किया. उन्होंने भाजपा के कार्यकर्ताओं से ज्यां द्रेज़ को अपनी बात पूरी न करने देने के लिए माफ़ी मांगने को कहाँ. प्रभात खबर से भी माफ़ी माँगी जिसने उसके द्वारा आमंत्रित अतिथि पर प्रहार का कड़ा विरोध नहीं किया. झारखंड के मुख्य मंत्री रघुबर दास से उनकी सरकार द्वारा जारी किए गए साम्प्रदायिक विज्ञापन के लिए माफ़ी माँगी. जिन अखबारों ने अपने पहले पृष्ठ पर यह आप्पत्तीजनक विज्ञापन छापा है, उनको भी अपनी गलती मानने के लिए कहाँ गया. सबसे महत्वपूर्ण, राज्य व केंद्र सरकार से अविलम्ब अपराधियों को दण्डित करने की भी मांग रखी गयी.

प्रतिरोध में दयामनी बारला, स्टैन स्वामी, बलराम, प्रकाश विप्लवी, संजय पासवान,डॉ सुनीता,सुशांतो मुखर्जी,पी पी वर्मा, कुमार वरुण, नदीम, आलोका कुजूर,सिराज़ दत्ता, शम्भू कुमार,विशिष्ट तिवारी,संजय कुमार,बिंजु इब्राहिम, मो इरशाद,नदीम इक़बाल,मो नजर व अन्य लोग शामिल थे.