पाकिस्तान ने आज कहा कि आलमी बिरादरी को कश्मीर तनाज़ा को हल करने के लिए अपना रोल अदा करना चाहीए क्योंकि इस मसले की बाहमी बात-चीत के ज़रीए यकसूई पर हिंदुस्तान के इसरार से कोई नताइज बरामद नहीं हुए हैं।
पाकिस्तान के मुशीर वज़ीर आज़म बराए उमूर ख़ारिजा सरताज अज़ीज़ ने दावा किया कि हिंदुस्तान ने हमेशा इस मसले को बाहमी मुज़ाकरात के ज़रीए हल करने पर ज़ोर दिया, लेकिन अभी तक ऐसी कोशिशें कोई नतीजा पेश करने में नाकाम रही हैं।
बाहमी ताल्लुक़ात में उस वक़्त काफ़ी तल्ख़ी पैदा हो गई जब इस माह के अवाइल एल ओ सी के पास पाकिस्तानी फ़ौजीयों के हमले में पाँच हिंदुस्तानी सिपाही हलाक हो गए थे। दोनों फ़रीक़ एल ओ सी पर 2003 की फ़ायरबंदी की ख़िलाफ़वर्ज़ी के लिए एक दूसरे को मौरिद इल्ज़ाम ठहराते रहे हैं।