हिंदूस्तान ने अक़वाम-ए-मुत्तहिदा में पाकिस्तान की तरफ से मसला-ए-कश्मीर को उठाने पर सख़्त एतराज़ किया है इस ने आलमी इदारे में ईस्लामाबाद के मसला-ए-कश्मीर के हवाले को ग़ैर ज़रूरी क़रार दिया और कहा कि पाक मक़बूज़ा कश्मीर में इंसानी हुक़ूक़ की ख़िलाफ़ वरज़ीयों के संगीन रेकॉर्ड्स से अवाम की ध्यान हटाने की एक कोशिश है।
लोगो के ख़ुदमुख़तारी हुक़ूक़ पर जनरल असैंबली में जारी मुबाहिस में हिस्सा लेते हुए पाकिस्तानी वफ़द के सरबराह मर्ग़ूब सलीम बट ने कहा था कि जम्मू और कश्मीर के लोगो की जद्द-ओ-जहद जारी रहेगी और रियासत के लोग अपनी आवाज़ दुनिया तक पहुंचाना चाहते हैं।
उनकी आरज़ू है कि वो उन्हें उन की रियासत में आज़ादी के साथ इज़्ज़त-ओ-एहतिराम से रहने की इजाज़त दी जाये। पाकिस्तान की तरफ से दिए गए इस ग़ैर ज़रूरी हवाले को सख़्ती से खारिज करते हुए दौरा कनुंदा रुकन पार्लीमैंट अनू टंडन ने ज़ोर दे कर कहा कि जम्मू-ओ-कश्मीर हिंदूस्तान का अटूट हिस्सा है।
पाकिस्तान की तरफ से जम्मू और कश्मीर को मुसलसल आलमी सतह पर मौज़ू बेहस बनाने की कोशिश दानिस्ता है। वो अपने इलाके में होने वाली संगीन इंसानी हुक़ूक़ की ख़िलाफ़ वरज़ीयों से सारी दुनिया की ध्यान हटाने की कोशिश कररहा है। उन्होंने कहा कि पाक मक़बूज़ा कश्मीर में अवाम पर ज़्यादतियां होरही हैं।
पाकिस्तान को अज़खु़द अपना एहतिसाब करना होगा। हिंदूस्तान के ख़िलाफ़ बेबुनियाद इल्ज़ामात आइद करने से पहले वो अपने गिरेबान में झांके। अनू टंडन ने मज़ीद कहा कि जम्मू और कश्मीर के अवाम ने अपने तौर पर हिंदूस्तान की सरज़मीन को मुंतख़ब किया है और वो अपने अह्द पर क़ायम हैं कि वो हिंदूस्तान के साथ ही वाबस्ता रहेंगे और इस मुल्क के जमहूरी अमल पर चलते हुए आज़ादाना और मुंसिफ़ाना इंतिख़ाबात में हिस्सा लेंगे।
जम्मू और कश्मीर के लोग अपने अह्द के मुताबिक़ इंतिख़ाबात में बाक़ायदा हिस्सा ले रहे हैं और इसी रियासत को अपना वतन मानते हैं। उन्होंने पाकिस्तानी वफ़द पर ज़ोर दिया कि वो मसला-ए-कश्मीर को उठाने के लिए अक़वाम-ए-मुत्तहिदा का फ़ोर्म इस्तिमाल करने से एतराज़ करें और इस फ़ोर्म को फ़लस्तीनी लोगो पर होने वाली ज़ुलम और ज़्यादतियों के लिए इस्तेमाल किया जाये।
अपनी तक़रीर में मिस्टर मर्ग़ूब सलीम बट ने कहा कि हिंदूस्तान और पाकिस्तान की तरफ से ताल्लुक़ात को फ़रोग़ देने की हालिया कोशिशें मुसबत तरीक़े से जारी हैं। इस से बेहतर तबदीलीयां आरही हैं। पाकिस्तान ने सितंबर के महीने में अक़वाम-ए-मुत्तहिदा जनरल असैंबली के सालाना सैशन के दौरान भी कश्मीर का हवाला दिया है।
इस के बाद हिंदूस्तान को सख़्त एतराज़ हुआ और इस ने पाकिस्तान की कोशिशों पर तन्क़ीद की। हिंदूस्तान ने ज़ोर दे कर कहा कि जम्मू और कश्मीर हिंदूस्तान का अटूट हिस्सा है और पाकिस्तान ने जो हवाले दिए हैं वो हमारे दाख़िली उमोर में मुदाख़िलत के बराबर है।
टंडन ने मज़ीद कहा कि लोगो की ख़ुदमुख़तारी बुनियादी हक़ है। ग़ैर हुक्मरानी वाले इलाक़ों में रहने वाले लोगो को ये हक़ दिया जाना चाहीए ताकि वो अपनी हुक्मरानी के ढाँचे को क़ायम करसकें और आज़ादाना तौर पर ज़िंदगी गुज़ार सकीं।