मर्कज़ी मुमलिकती वज़ीर फाइनैंस (माल) जे डी सलीम ने अलहदा तेलंगाना के मसले पर स्तीफ़ा देने के इमकान को मुस्तर्द कर दिया।
फेडरेशन आफ़ प्रदेश चैंबर्स आफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज़ (फ़यापस) के एक मीटिंग के मौके पर अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि मेरा स्तीफ़ा, अलहदा तेलंगाना के क़ियाम को रोक नहीं सकता।
ताहम उन्होंने कहा सीमा आंध्र के वुज़रा अपने ओहदों पर फ़ाइज़ रहते हुए मुत्तहदा आंध्र प्रदेश के लिए जद्द-ओ-जहद जारी रख सकते हैं।
अरकान-ए-पार्लीमैंट मुस्ताफ़ी होजाने के बाद लोक सभा में आवाज़ उठाने के मौके से महरूम होजाएंगे। जे डी सलीम ने कहा कि अगरचे वो मुत्तहदा आंध्र प्रदेश के हामी हैं लेकिन कांग्रेस के एक वफ़ादार वर्कर भी हैं।
उन्होंने इनकम टेक्स और दुसरे टेक्स दहिंदगान से कहा कि वो रज़ाकाराना तौर पर अपने टेक्स बक़ायाजात अदा करदें ताकि हुकूमत को सारे मुल्क ग़रीबों के लिए अपनी फ़लाही सकीमात जारी रखने का मौक़ा फ़राहम किया जा सके।