हैदराबाद 30 जनवरी :तेलंगाना क़ाइदीन मर्कज़ की पॉलीसी से उलझन का शिकार होने के बजाए हक़ायक़ को अवाम के सामने लाते हुए कांग्रेस और टी आर एस की अलहदा रियासत तेलंगाना मसले पर अदम संजीदगी को बेनकाब करें, तेलंगाना तेलुगु क़ाइदीन अवाम को इस हक़ीक़त से वाक़िफ़ करवाएं कि टी आर एस और कांग्रेस मसला तेलंगाना के मुआमले में एक ही सिक्का के दो रुख़ हैं। सदर तेलुगु देशम एन चंद्रा बाबू नायडू की तरफ से तेलंगाना तेलुगु देशम क़ाइदीन को ये हिदायात जारी की जा चुकी हैं। बताया जाता है कि नायडू ने मर्कज़ की तरफ से इख़तियार करदा मौक़िफ़ के बावजूद तेलंगाना हामियों के रवैया और हिक्मत-ए-अमली को नज़र में रखते हुए पार्टी क़ाइदीन को ये हिदायत दी है । उन्हों ने साबिक़ में मसले पर बेलगाम गुफ़्तगु से इजतिनाब की हिदायत जारी की थी ।
पार्टी ज़राए के बमूजब सदर तेलुगु देशम पार्टी ने तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले अपने बाएतिमाद रफ़क़ा से सूरत-ए-हाल पर मुशावरत की और कहा कि वो फ़िलहाल बेलगाम गुफ़्तगु के बजाए ज़मीनी हक़ायक़ पर तवज्जा मबज़ूल करते हुए अवाम में शऊर उजागर करें। बताया जाता है कि अलहदा रियासत तेलंगाना के लिए जो जद्द-ओ-जहद के दावेदार हैं वो भी नायडू से राबिता क़ायम करने की कोशिश कर रहे हैं और रियासत की तक़सीम के मुआमले में मदद हासिल करना चाहते हैं। वाज़िह रहे कि मर्कज़ी वज़ारत-ए-दाख़िला को सदर तेलुगु देशम की तरफ से रवाना करदा मकतूब से ये बात ज़हिर होचुकी है कि तेलुगु देशम पार्टी अलहदा रियासत की तशकील के हक़ में है। पार्टी के इस मौक़िफ़ के मंज़रे आम पर आने के बाद से तेलंगाना राष़्ट्रा समीति ने तेलुगु देशम पर तन्क़ीद में कमी करदी है लेकिन तेलंगाना तेलुगु देशम क़ाइदीन टी आर एस क़ाइदीन को मुसलसिल निशाना बनारहे हैं, पार्टी ज़राए के बमूजब नायडू ने ख़ामोश रहते हुए फ़िलहाल सयासी सूरत-ए-हाल का जायज़ा लेने का फैसला किया है और तेलुगु देशम पार्टी क़ाइदीन कांग्रेस के तेलंगाना क़ाइदीन के तब्दील होते हुए मौक़िफ़ से ज़बरदस्त फ़ायदा हासिल कर रही है।
तेलुगु देशम क़ाइदीन को नायडू की हिदायत के मुताबिक़ वो राय दहनदों को राग़िब करते हुए इन में एतिमाद पैदा करने और उन के मसाइल के हल की कोशिशों में मसरूफ़ हैं। एन चंद्रा बाबू नायडू ने तेलंगाना क़ाइदीन को दी गई ज़बानी हिदायात में इस बात को भी वाज़िह किया कि क़ाइदीन अवाम पर वाज़िह करें कि तेलुगु देशम अलहदा रियासत के हक़ में है और पार्टी रियासत की तक़सीम के बाद मज़ीद मुस्तहकम होगी । पार्टी क़ाइदीन ने सदर पार्टी की तरफ् से दी गई हिदायात पर सख़्ती से कारबन्द रहते हुए सरगर्मियों का आग़ाज़ करने का फैसला किया है।