मसाजिद में तरावीह के साथ रमज़ान उल-मुबारक का आग़ाज़

माह रमज़ान उल-मुबारक का चांद नज़र आते ही दोनों शहरों में रूह प्रवर मनाज़िर देखे गए। मुस्लमान एक दूसरे को माह रमज़ान उल-मुबारक की आमद की ख़ुशी में मुबारकबाद देते देखे गए। शहर की मसाजिद में ख़ुसूसी तौर पर नमाज़ तरावीह का एहतेमाम किया गया।

तरावीह सब से बड़ा इजतिमा तारीख़ी मक्का मस्जिद में देखा गया जहां नमाज़ तरावीह की इमामत हाफ़िज़ मुहम्मद रिज़वान क़ुरैशी ने की। ईसी तरह शहर के बाज़ारों को बर्क़ी क़ुमक़ुमों से सजाया गया। मसाजिद के अतराफ़-ओ-अकनाफ़ सुबह से ही बलदी अमला को साफ़ सफ़ाई करते देखा गया।

पुराने शहर के कई इलाक़ों में महिकमा बर्क़ी की तरफ से ख़ुसूसी मुहिम चलाते हुए मरम्मति काम अंजाम दिए गए ताके माह रमज़ान उल-मुबारक के दौरान बर्क़ी के इज़ाफ़ी बोझ से निमटा जा सके। शहर की दुसरे मसाजिद शाही मस्जिद बाग़ आम्मा, मस्जिद हुसैनी विजयनगर कॉलोनी, मस्जिद आलमगीर शांतिनगर, मस्जिद टीन पोश लाल टेकरी, मोती मस्जिद दिल्ली दरवाज़ा में तरावीह के दौरान कसीर इजतेमाआत देखे गए।

शहर के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर ताजरीन के लिए ताख़ीर से नमाज़ तरावीह का एहतेमाम किया जा रहा है ताके वो बह सहूलत नमाज़ तरावीह अदा करसकें। शहर के ताजरीन को महिकमा पुलिस की तरफ से रात के औक़ात में दुक्कानात खुली रखने की सहूलत फ़राहम की गई है और दोनों शहरों के ताम ख़ानों में सह्र का ख़ुसूसी इंतेज़ाम किया गया है।