मसूद अज़हर मामले में आमने-सामने होंगे भारत और चीन

नई दिल्ली: पिछले दिनों यूएन कौंसिल में भारत पर बार बार आतंकी हमले की साजिश को अंजाम देने के ज़िम्मेवार मौलाना मसूद अज़हर को अंतर्राष्टीय आतंकवादी घोषित करवाने की भारत की कोशिश के नाकाम होने से भारत बुरी तरह परेशान है।

इस परेशानी की वजह है मसूद के हक़ में खड़ा चीन, जिसने मसूद को आतंकी करार देने में भारत का साथ ना देते हुए वीटो देकर मसूद को बचा लिया। लेकिन अपने खिलाफ रची साजिशों से परेशान भारत अब इस बारे में चीन से सीधी बात करने के मूड में है। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक इस मामले पर सीधी बात करने के लिए इस हफ्ते के आखिर में मास्को में एक मीटिंग रखी है। इस मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए देश की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मास्को जाएंगी। मीटिंग में 3 देश रूस-भारत-चीन शामिल होंगे और इस समस्या के बारे में खुलकर बात करेंगे।

ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि चीन ने यूएन में भारत की किसी बात का विरोध किया है। चीन भारत के लिए गम्भीर समझे जाने वाले मुद्दों को सुलझाने को लेकर यूएन में की गई अपीलों को पहले भी नकारता रहा है। लेकिन पठानकोट एयरबेस हमले के बाद से सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ अपना कड़ा रुख इख्तियार करते हुए इस बार चीन से सीधी बात करने की योजना बनाई है ताकि मसूद के मुद्दे का हल निकल जा सके।