मस्जिद ए अक्सा पर इसराईल का क़बज़ा ख़त्म कराना आलम-ए-इस्लाम के लिए ज़रूरी

(मुहम्मद मुबश्शिर अली उद्दीन ख़ुर्रम ) आलमी मार्च बराए येरूशलम का क़ाफ़िला आज इरान की सरहद से तुर्की के इलाक़ा वान को मुंतक़िल हुआ । वान से अक्दर पहूँचा जहां तर्क अवाम ने इस क़ाफ़िला का पुरत पाक ख़ैर मुक़द्दम किया । यहां तर्क अवाम ने इस क़ाफ़िला में शामिल अफ़राद से मुलाक़ात करते हुए उन से नेक तमन्नाओं का इज़हार किया । फिर ये क़ाफ़िला अरो ज़ुर्म रवाना हुआ जहां शदीद सर्दी और बर्फ़बारी का सिलसिला जारी है ।

यहां मार्च में शामिल अरकान ने शदीद सर्दी की परवाह ना करते हुए बर्फीले मुक़ामात पर पहुँच कर मस्जिद ए अक़्सा की बाज़याबी के लिए नारा लगाए । मुक़ामी अवाम भी उनके साथ शामिल हो गए थे ।क़ाफ़िला में शामिल अरकान ने यहां इज़हार ख़्याल करते हुए इसराईल के ज़ुल्म‍ ओ‍ इस्तेबदाद के ख़िलाफ़ ब्रहमी का इज़हार किया और कहा कि मस्जिद ए अक्सा पर इसका ग़ासिबाना क़ब्ज़ा ख़तम करना आलम इस्लाम के लिए ज़रूरी है ।

उन्होंने इसराईल के ख़िलाफ़ सारी दुनिया के मुस्लमानों को मुत्तहिद होने का मश्वरा दिया । यहां मुक़र्रिरीन और मुख़्तलिफ़ क़ाइदीन ने दुनिया भर के इंसानियत पसंद-ओ-इंसानियत के हामी अवाम से अपील की कि वो अपने अपने मुक़ाम पर ही आइन्दा जुमा यानी 30 मार्च को सरज़मीन फ़लस्तीन और मस्जिद ए अक्सा पर इसराईल के ग़ासिबाना क़ब्ज़ा के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर एहतिजाज मुनाक़िद करें और मस्जिद ए अक़्सा की बाज़याबी के लिए दुआंए इजतेमाआत भी मुनाक़िद किए जाएं। क़ाफ़िला में इरान मलेशिया इंडोनेशिया हिंदूस्तान फ़िलीपीन आज़र बाएजान ताजाकिस्तान अफ़्ग़ानिस्तान इराक़ के लोग भी शामिल हो गए हैं। यहां से क़ाफ़िला कल सुबह तुर्की शहर अनक़रा पहूंचेगा जहां एक एहतिजाजी जलसा मुनाक़िद होगा ।