हैदराबाद २६ फरवरी । : जनाब उसमान बिन मुहम्मद अलहाजरी सदर दक्कन वक़्फ़ प्रापर्टीज़ प्रोटेक्शन सोसाइटी ने कहा कि मस्जिद क़ुतुब शाहीबाग गवर्धन गुडी मल्लिका पर गेरा बाद मस्जिद थी। हमारी दीन से दूरी और मसाजिद से लापरवाही के सबब इस गेरा बाद मस्जिद में लोग कचरा डालने और गंदगी का ढेर बना दी गई थी।
27 नवंबर 2007-ए-हमारे लिए बहुत बड़ी ख़ुशी की सुबह थी। जब इस वीरान-ओ-गेरा बाद मस्जिद को आबाद करने उसमान अलहाजरी और उन के जयाले साथी इस मस्जिद में वक़्फ़ बोर्ड की जानिब सेतहरीरी इजाज़तनामा हासिल करते हुए नमाज़ तहज्जुद से इस मस्जिद को गंदगी से पाक करते हुए अल्लाह के हुज़ूर अपनी जबीनों को झुका दिए और नमाज़ पंजगा ना का आग़ाज़ की। इस के बाद इस मस्जिद की मौक़ूफ़ा अराज़ी पर नाजायज़ क़ाबज़ीन जिन को मिल्लतके नाम निहाद कर्ता धर्ता क़ाइदीन की भरपूर ताईद हासिल थी। इस मौक़ूफ़ा अराज़ी पर नाजायज़ क़बज़ा कर ली, जिन के ख़िलाफ़ उसमान अलहारजी और उन के साथी महिकमा औक़ाफ़, पुलिस और महिकमा बलदिया से बारहा नुमाइंदगी करते आ रहे थी।
मस्जिद के जुनूब में मस्जिद से मुत्तसिल अराज़ी पर साबिक़ा कारपोरीटर मिस्टर कृष्णा राव का नाजायज़ क़बज़ा था, जिस पर वो अपना मकान तामीर करने की कोशिश कर रहे थी। इस नाजायज़ तामीरी काम को उसमान अलहाजरी ने वक़्फ़ बोर्ड और मुताल्लिक़ा पुलिस से रुजूहोते हुए रुकवा दिया था। आख़िर कार मिस्टर कृष्णा राव ने मस्जिद की अराज़ी से दस्तबरदार होने की पेशकश की, जिस पर उसमान अलहाजरी ने चेयरमैन वक़्फ़ बोर्ड जनाब ख़ुसरो ब्याबानी से मुलाक़ात करते हुए वक़्फ़ बोर्ड की सर्वे टीम को रवाना करने की गुज़ारिशकी। जनाब ख़ुसरो ब्याबानी ने आज जनाब मुहम्मद अबदुलक़ुद्दूस इंचार्ज टास्क फ़ोर्स ऑफीसर जनाब शुजाअत अली सर वीयर और उन के साथियॊ को रवाना किया।
टास्क फ़ोर्स टीम ने इस जगह का सर्वे करते हुए इस का क़बज़ा मिस्टर कृष्णा राव की मौजूदगी में हासिल करलिया। मस्जिद की ज़मीन से नाजायज़ कब्ज़ा से दस्तबरदार होकर मस्जिद कीअराज़ी वक़्फ़ बोर्ड के हवाले करने पर जनाब उसमान अलहाजरी ने मिस्टर कृष्णा राव कारपोरेटर से इज़हार-ए-तशक्कुर किया। उन्हों ने कहा कि मसाजिद की आराज़ीयात पर मुस्लमान ख़ुद नाजायज़ क़बज़ा किए हुए हैं। आज मिस्टर कृष्णा राव कॆ अइक़दाम से वो मुस्लमान होश में आ जाऐं जो मसाजिद और दीगर वक़्फ़ जायदादों पर नाजायज़ क़बज़ा किए हुए हैं और अल्लाह की जायदाद को अपनी जायदाद बता रहे हैं।
इस मौक़ा पर मक़बूल बिन अबदुल्लाह अलहाजरी, सय्यद ग़ौस, मिर्ज़ा फ़राहत उल्लाह बेग फ़ारूक़, मुहम्मद इनायत तो कमी , ख़ालिद अलहाजरी, अबदुर्रहमान अलहाजरी, अबदुर्रहीम अलहाजरी और दीगर साथी मौजूद थॆ।