मस्जिद की दीवार दुर्गा शक्ति ने नहीं गिरवाई थी

अगस्त : सब डविजन‌ मजिस्ट्रेट ज़ेवर और मुअत्तल आई ए एस ओहदेदार दुर्गा शक्ति नागपाल जो एक जैर-ए-तामीर मस्जिद की अहाता की दीवार मुनहदिम करते वक़्त नोईडा के इलाक़ा सदर की एस डी एम थी।

मुक़ामी महिकमा सुराग़ रसानी की ताज़ा तरीन रिपोर्ट के मुताबिक‌ दीवार गिराने वाला ओहदेदार दुर्गा शक्ति नागपाल नहीं बल्कि कोई और था। इस रिपोर्ट ने हुकूमत यू पी को पसपाई इख़तियार करने पर मजबूर कर दिया है ये रिपोर्ट रियास्ती हुकूमत को 27 जुलाई को पेश की गई थी उसी दिन चंद घंटे बाद दुर्गा शक्ति नागपाल को तबादला कर के रियास्ती रीवैन्यू बोर्ड में तय्यनात कर दिया गया था।

समाजवादी पार्टी के सदर मुलाइम सिंह यादव ने वाज़ह कर दिया कि चीफ़ मिनिस्टर यू पी अखिलेश यादव का इस मुआमले में फ़ैसला दरुस्त था और पसपाई इख़तियार करने की कोई ज़रूरत नहीं है । सदर कांग्रेस सोनिया गांधी ने वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह को जो मकतूब रवाना किया है कि ओहदेदारों के साथ ये सुलूक ग़ैर मुंसिफ़ाना(न्याय पुर्न) है।

उस की परवाह किए बगै़र मुलाइम सिंह यादव ने कहा कि दुर्गा शक्ति की मुअत्तली का फ़ैसला क़तई है। सरकारी ज़राए ने मुक़ामी महिकमा सुराग़ रसानी की रिपोर्ट की तौसीक़(समर्थन) करदी है कि रियास्ती हुकूमत की सियासी क़ियादत ने अब इस मसला पर पसपाई इख़तियार करने का फ़ैसला करलिया है। रिपोर्ट के मुताबिक‌ मस्जिद देहात कदल पर में तामीर की जा रही थी पुलिस स्टेशन रग्घू पूरा के तहत है।

तामीर का मुआइना करने के बाद एक बजे दोपहर मस्जिद के इन्हिदाम का हुक्म दिया गया। उस वक़्त मुअत्तल आई ए एस ओहदेदार मस्जिद के क़रीब कहीं भी मौजूद नहीं थी। इसे पहले ज़िला मजिस्ट्रेट नोईडा को मुक़ामी महिकमा सुराग़ रसानी से महसला रिपोर्टस का हवाला देते हुए कहा था कि मुअत्तल आई ए एस ओहदेदार बिल्कुल बेक़सूर हैं।

नई दिल्ली से पी टी आई की इत्तिला के मुताबिक‌ यू पी की मुअत्तल आई ए एस ओहदेदार दुर्गा शक्ति नागपाल की रीत माफ़िया के ख़िलाफ़ कार्रवाई की ताईद करते हुए मर्कज़ी वज़ीर मनीष तेवारी ने आज कहा कि ऐसे ओहदेदार जो गै़रक़ानूनी कार्यवाईयों का इंसिदाद करते हैं सलामी देने के मुस्तहक़ है। मुअत्तल करने के नहीं।

वज़ीर-ए-इत्तलात-ओ-नशरियात ने एक प्रैस कान्फ़्रेंस में कहा कि ऐसे सरकारी मुलाज़मीन जो क़ानून के मुताबिक़ कार्यर‌वायां करते हैं उन्हें सलाम किया जाना चाहिए मुअत्तल नहीं। उन्होंने ख़ाहिश ज़ाहिर की कि अगर पंजाब में दुर्गा शक्ति नागपाल जैसे चंद ओहदेदार होते तो पंजाब जारी बड़े पैमाने पर गै़रक़ानूनी कानकनी का इंसिदाद मुम्किन था।