माहे रमजान आते ही मस्जिद नबवी की प्रशासन की मस्रुफियात बढ़ जाती हैं। जैसे-जैसे रोज़ा रसूल पर हाजरी देने वालों की संख्या बढ़ जाती है। ऐसे ही प्रशासन की ओर से खुबसूरत प्रबंधन का प्रदर्शन देखने को मिलता है।
विभिन्न भाषाओं में कुरान का अनुवाद, धार्मिक और इस्लामी इतिहास की पुस्तकों से मस्जिदे नबवी की अलमारी भरजाती हैं। अल अरबिया डॉट नेट के अनुसार इस बार भी मस्जिद प्रशासन ने दर्शकों की सुविधा के लिए उर्दू भाषा सहित 12 भाषाओं में कुरान का अनुवाद की व्यवस्था की है। अन्य भाषाओं में फ्रेंच, इन्डोनेशियाई, तुर्की, चीनी, सोमाली, मलीबारी, थाई,असपानवी, बोस्नियाई, अलबानवी और होसा भाषाओं में भी कुरान का अनुवाद मौजूद हैं जिनसे मेज़बान भरपूर लाभ उठा रहे हैं।
रमजान का पवित्र महीना आते ही मकबरा रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम पर हाज़री देने वाले आशिक़ाने रसूल की संख्या भी असामान्य रूप से बढ़ जाती है और हर तरफ़ महीने रमजान की ईमानी रोनकें जलवा अफरोज़ होती हैं। अनुकूलन दिनचर्या इस साल भी मस्जिद नबवी में महीने रमज़ान और आशिकाने रसूल के आगमन ने मक़ामे मुक़द्दस के रूहानी कैफ़ और मस्ती को चार चांद लगा दिए हैं।
इस पर मसतज़ाद मस्जिद नबवी की प्रशासन सराहनीय हैं जो आगंतुकों को सुविधाएं प्रदान करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी और यह साबित किया है कि रोज़ा ए रसूल के मेजबान दुनिया भर से आने वाले मेहमानों की सेवा में कैसे जुटे हुए हैं ।
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