मस्जिद में जमाअत कि फजी़लत

हजरत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत है, रसूल-ए-पाक (स०)ने फ़रमाया, मस्जिद में जमाअत के लिए जाने वाले का हर कदम एक नेकी को वाजिब करता है,और एक गुनाह को मिटाता है। (इब्न हिबान)