महकमा अक़्लीयती बहबूद में मंजूरा जायदादों और उर्दू असातिज़ा के तक़र्रुर के लिए इक़दामात

महकमा अक़्लीयती बहबूद में हुकूमत की जानिब से मंजूरा जायदादों और उर्दू असातिज़ा की मख़लूआ जायदादों पर तक़र्रुरात के लिए बहुत जल्द इक़दामात किए जाएंगे।

सेक्रेट्री अक़्लीयती बहबूद सैयद उमर जलील ने बताया कि महकमा अक़्लीयती बहबूद के क़ियाम के बाद से आज तक तक़र्रुरात नहीं किए गए जिसके नतीजा में हैदराबाद और अज़ला में महकमा को ओहदेदारों और मुलाज़मीन की कमी का सामना था।

स्टाफ़ की कमी के बाइस हुकूमत की स्कीमात पर अमल आवरी में रुकावट पैदा हो रही थी। इस सिलसिले में चीफ मिनिस्टर के चन्द्र शेखर राव से नुमाइंदगी की गई जिस पर काबीनी इजलास में 80 ओहदों की मंज़ूरी दी गई है।

सैयद उमर जलील ने बताया कि अक़्लीयती बहबूद डायरेक्टोरेट हैदराबाद में 20 नई जायदादें फ़राहम की जाएंगी जबकि अज़ला में 60 जायदादों को तक़सीम किया जाएगा। उर्दू अकेडमी की ज़िम्मेदारी सिर्फ़ तनख़्वाहों की इजराई के हद तक थी।

जब कि आउट सोर्सिंग मुलाज़मीन की तनख़्वाहों में इज़ाफ़ा से मुताल्लिक़ हुकूमत के फैसला का इतलाक़ महकमा अक़्लीयती बहबूद के मुलाज़मीन पर भी होगा जो आउट सोर्सिंग पर ख़िदमात अंजाम दे रहे हैं।