महकमा आबकारी के ओहदेदारों की मुबय्यना तौर पर ग़ैर ज़िम्मेदारी-ओ-नाआक़बत अंदेशी के बाएस आज रियास्ती हुकूमत के सरकारी खज़ाने को ज़ाइद अज़ 11लाख रुपय का नुक़्सान पहुंचा। तफ़सीलात के बमूजब चेरयाल एकसाईज़ सर्किल के तहत 15 माह क़ब्ल तक़रीबन 18हज़ार शराब की बोतलें मुबय्यना तौर पर गै़रक़ानूनी तौर पर फ़रोख्त के दौरान ज़ब्त करते हुए मुक़ामी दफ़्तर में महफ़ूज़ रखी गई थीं, ताहम ये अंदरून छः माह ही काबिल-ए-इस्तेमाल रहती हैं। अज़ रोय क़ानून आबकारी ज़बत शूदा शराब की बज़रीया हराज फ़रोख्त-ओ-शराब की फ़रोख्त में मुलव्वस अफ़राद को भारी जुर्माने आइद किए जाते हैं। लेकिन चेरयाल के एक़्साईज़ सर्किल इन्सपेक्टर देवेन्द्र राव ने मुताल्लिक़ा ख़ातियों से ज़बरदस्त मुबय्यना मामूल वसूल करते हुए बगै़र जुर्माना आइद किए शराब की बोतलों को ज़ब्त कर लिया और इसका बरवक़्त ना हराज किया और ना ही जुर्माना वसूल किया।
चेरयाल के दफ़्तर पर बड़ी मिक़दार में ज़ब्त शूदा बीयर की मौजूदगी की इत्तेला पर हुकूमत की कार्रवाई-ओ-सरज़निश से बचने के लिए उजलत में मुक़ामी मज़दूरों की मदद से ज़ाइद अज़ 18 हज़ार बीयर के बॉटल्स को ज़ाए कर दिया गया जिसकी मालियत तक़रीबन 11.60 लाख रुपये थी। सरकारी खज़ाने को पहुंचने वाले इस नुक़्सान को लेकर चेरयाल, मुदव्वर , बचना पेट और नर मिटा मंडल्स में ज़बरदस्त मौज़ू बहस बना हुआ है।
दरीं असना जब नुमाइंदा सियासत ने इस ज़िमन में मिस्टर देवेंद्र राव से वज़ाहत तलब की तो उन्होंने इस इक़दाम को बहालत मजबूरी क़रार दे कर तफ़सील बताने से माज़रत ख़्वाही की।