हैदराबाद मेट्रो वाटर सप्लाई एंड सीवरेज बोर्ड की जानिब से गुज़िश्ता जून में 658 जायदादों पर तक़र्रुरात के लिए शहर के मुख़्तलिफ़ अख़बारात में आलामीया जारी किया गया था जिन में 450 मख़लूवा जायदादों को जेनरल प्रेस इम्प्लाई ( वाटर सप्लाई ) और 208 को जेनरल प्रेस इम्प्लाई ( सीवरेज ) के तौर पर भर्ती करने का फैसला किया गया।
ओहदेदारों की जानिब से दरख़ास्त गुज़ारों से बाक़ायदा तौर पर इंटरव्यूज़ ली गई और 510 जायदादों पर अहल पाए गए उम्मीदवारों का तक़र्रुर अमल में लाया गया। 46 जायदादों पर तक़र्रुर ना करने का फैसला लिया गया और माबक़ी 102 अहल पाए गए अफ़राद को कुछ अर्सा बाद तक़र्रुर करने का तयक़्कुन देते हुए वापिस कर दिया गया।
इंटरव्यूज़ के अमल को तकमील हुए तक़रीबन 10 माह का अर्सा गुज़र चुका है। ताहम इन 102 नौजवानों को आज तक मुलाज़मतें फ़राहम नहीं की गईं। जब कि डिपार्टमेंट हमें पहले ही मुंतख़ब कर चुका है।
हाईकोर्ट के जी ओ नंबर 33 के तहत 80 फ़ीसद लोकल उम्मीदवार और 20 फ़ीसद नान लोकल उम्मीदवार पर तक़र्रुरात करना था। इसी के तहत मुंतख़ब किया गया मगर यूनीयन लीडर सी सतीश कुमार ने धरना दे कर हमारे आर्डर्स रुकवा दीए और अब दस माह हो चुके हैं हमारा तक़र्रुर अभी भी नहीं किया गया।