महज एक परंपरा ही है हिंदुत्व, कोई धर्म नहीं: मोहन भागवत

लंदन में हिंदू स्वयंसेवक संघ संस्था के एक सेमीनार में आइडेंटिटी एंड इंटीग्रेशन पर भाषण देते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि हिंदुत्व धर्म नहीं बल्कि एक परंपरा है और ये परंपरा ऐसे धर्म परिवर्तन की इजाजत नहीं देता, जिसमें किसी के मानवाधिकार का उल्लंघन हो।

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साथ ही ये परंपरा अन्य पहचानों को स्वीकार करने, उनका सम्मान करने और उनकी सराहना करने में यकीन रखती है। भागवत ने कहा कि हिन्दू धर्म में कहा गया है कि विविधता को सराहा जाना चाहिए क्योंकि ये तो बहुत पुराने वक़्त से चलती हुई आ रही है।  हम किसी के साथ विदेशी जैसा बर्ताव नहीं करते। लेकिन कभी कभी राजनीति के आड़े आकर लोग धर्म के नाम पर सूली चढ़ जाते हैं।
एकता को नजर में रखते हुए हमें सभी की पहचान का सम्मान करना और उसे अपनाना चाहिए।   यह उदाहरण हिंदू समाज ने पूरी दुनिया में दिया है और यही सभी संघर्ष का हल कर सकता है।