उत्तरप्रदेश के ज़िला मुज़फ़्फ़र नगर में हफ़्ते के दिन पेश आए फ़िर्कावाराना फ़सादात में मरने वालों की तादाद 26 होगई है। पुलिस ने कहा कि तशद्दुद में इज़ाफ़ा के अंदेशा के पेशे नज़र गड़बड़ ज़दा इलाक़ों में फ़ौज ने फ्लैग मार्च किया है। एडीजी ( लॉ एण़्ड आर्डर) अरुण कुमार ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान इसकी तसदीक की। पुलिस ने 52 लोगों को गिरफ्तार किया है।
एक इत्तिला में बताया गया है कि फ़िर्कावाराना फ़साद में मरने वालों की तादाद 26 होगई है। मुज़फ़्फ़रनगर में मुनाक़िदा एक महा पंचायत के बाद फूट पड़ने वाले फ़साद में एक मुक़ामी फ़ोटोग्राफ़र और टेलीविज़न जर्नलिस्ट के बशमोल 9 अफ़राद हलाक हुए थे। हुजूम ने एक दूसरे पर संगबारी और फायरिंग की जिसमें तक़रीबन 40 अफ़राद ज़ख़्मी हुए। ज़ख़्मियों को दवाख़ाना में शरीक किया गया है। तशद्दुद उस वक़्त भड़क उठा जब बाअज़ अफ़राद ने महा पंचायत को जाने वाली बस पर संगबारी की गई। ये महा पंचायत सीनियर शहरियों की जानिब से मुनाक़िद की गई थी ताकि दो फ़िर्क़ों के दरमियान पैदा होने वाली कशीदगी को दूर किया जा सके। हिरासानी के एक केस में 27 अगस्त को तीन नौजवानों को हलाक किया गया था जिसके बाद से दो तबकों के दरमियान कशीदगी पैदा हुई थी। फ़ौज के 8 कॉलम्स को ताय्युनात किया गया है सूरत-ए-हाल कशीदा मगर क़ाबू में है।
ऐडीशनल डायरैक्टर जनरल पुलिस ला ऐंड आर्डर अरूण कुमार ने कहा कि गड़बड़ज़दा इलाक़ों में ज़ाइद फ़ोर्स को तैयनात किया गया है। कल रात से ही यहां कर्फ़्यू नाफ़िज़ है। अपोज़िशन पार्टीयों बी जे पी कांग्रेस और राष्ट्रीय लोक दल ने फ़साद पर क़ाबू पाने में हुकूमत की नाकामी पर तन्क़ीद की है। इन पार्टियों ने कहा कि अखिलेश यादव हुकूमत रियासत में अमन-ओ-क़ानून की बरक़रारी को यक़ीनी बनाने में नाकाम होगई है।