महलूक फ़ौजियों को जनरल बिक्रम सिंह की ख़िराज-ए-अक़ीदत

पाकिस्तानी अफ़्वाज की फायरिंग में हलाक हुए पाँच हिंदुस्तानी फ़ौजियों की अर्थियों का जलूस आज यहां से शुरू किया गया जहां फ़ौजी सरबराह जनरल बिक्रम सिंह ने तमाम फ़ौजियों की अर्थियों पर गुलहाए अक़ीदत पेश किए।

दिल्ली से अपनी आमद के फ़ौरी बाद जनरल बिक्रम सिंह ने आख़िरी सफ़र पर रावना होने वाले फ़ौजियों के ताबूत के क़रीब ठहर कर कुछ देर ख़ामोशी इख़तियार की और उसके बाद‌ गुलहाए अक़ीदत पेश किए। तमाम ताबूत हिंदुस्तानी तिरंगे पर्चम में लिपटे हुए थे।

दिफ़ाई तर्जुमान एस एन आचार्य ने ये बात बताई। जनरल बिक्रम सिंह के इलावा दीगर फ़ौजी ओहदेदारान लेफ़्टिंनेंट जनरल संजीव छाचरा, लेफ़्टिंनेंट जनरल डी एस हूड्डा , मेजर जनरल अश्वनी कुमार और ऑफीसर कमांडिंग एरघोडोर पी ई पट्टा गया ने भी गुलहाए अक़ीदत पेश किए।