चेनाई
तमिलनाडु हुकूमत ने आज उन महलोकिन के विरसा-ए-को फी कस 3 लाख रुपये मुआवज़ा अदा करने का ऐलान किया है जिन्हें पड़ोसी रियासत आंध्र प्रदेश में संदल की स्मगलिंग के इल्ज़ाम में गोली मार दी गई थी। ज़िला चित्तूर में कल पुलिस कार्रवाई के दौरान 20 अफ़राद हलाक होगए थे जिस में अक्सरियत का ताल्लुक़ तमिलनाडु से था अगर पुलिस ने हिफ़ाज़त ख़ुद इख़तियारी के तहत मुबय्यना स्मगलरस पर फायरिंग का दावा किया लेकिन हक़ूक़-ए-इंसानी ग्रुपस और सियासी जमातों ने पुलिस एनकाउंटर की मज़म्मत की है और इस वाक़िये की मुकम्मल तहकीकात का मुतालिबा किया है।
पुलिस का कहना है कि स्मगलरस के हमले में इस के 6 अहलकार भी ज़ख़मी होगए हैं जो कि देसी साख़ता हथियार से लैस थी। ताहम क़ौमी हक़ूक़-ए-इंसानी कमीशन ने हुकूमत आंध्र प्रदेश को एक नोटिस जारी करते हुए वज़ाहत तलब की, कमीशन के एक रुकन ने बताया कि पुलिस की कार्रवाई से हक़ूक़-ए-इंसानी संगीन ख़िलाफ़वरज़ी हुई है और हिफ़ाज़त ख़ुद इख़तियारी के तहत पुलिस फायरिंग हक़ब जानिब क़रार नहीं दिया जा सकता।
हुकूमत तमिलनाडु ने महलोकिन के विरसा-ए-को फी कस 3 लाख रुपये ज़र तलाफ़ी अदा करने के अहकामात जारी किए हैं। ये मुआवज़ा चीफ मिनिस्टर रीलीफ़ फ़ंड से फ़राहम किया जाएगा। तिरीवा लिवर ज़िला कलेक्टर की ज़ेरे क़ियादत रेवन्यू ओहदेदारों की एक टीम तिरूपति पहुंच गई है ताकि महलोकेन नाशों को आबाई मुक़ामात तक पहुंचाया जा सके।