महात्मा गांधी भी उद्योगपतियों के साथ खड़े होते थे, नीयत साफ हो तो इसमें गलत क्या है- PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 60,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की नींव रखी. उन्होंने शिला पर हस्ताक्षर कर योजनाओं की शिला रखी. इस दौरान उन्होंने सरकार की उपलब्धियां बताने के साथ ही अप्रत्यक्ष रूप से पुरानी सरकारों पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पहले उद्योगपतियों को कुछ लोगों के सामने झुकना पड़ता था. वो कभी उद्योगपतियों के साथ फोटो नहीं खिंचाते थे. उन्हें डर लगता था क्योंकि उनकी नियत साफ़ नहीं थी. कभी समाजवादी पार्टी का अहम हिस्सा रहे अमर सिंह का नाम लेकर कहा कि ये जानते हैं कि क्या होता था. हम साथ खड़े होते हैं. हम उद्योगपति को अगर चोर लुटेरा कहेंगे तो ये कौन सा तरीका है. हां, जो गलत करेगा, उसे देश छोड़ कर भागना पड़ेगा.

उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी भी विकास के लिए बिड़ला के साथ खड़े होते थे. उन्होंने कहा कि जीएसटी के लागू से उद्योग को फायदा हुआ है. जो कोयला कालिख की वजह बना था, उसकी आज कमी नहीं है. कभी कोई ग्रिड कोयला की कमी के चलते बंद नहीं हुई है. आज हर गांव तक बिजली पहुंचाई जा चुकी है. अगले साल मार्च तक हर घर में बिजली पहुंचेगी. उन्होंने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा कि मेरे खाते में सिर्फ 4 साल हैं, अगर आलोचना करेंगे तो उनके खाते में 60 साल हैं. आलोचना उन्हीं की निकलेगी.

 

जो आज हुआ, वो यूपी में पहले कभी नहीं हुआ
निवेश यूपी की बड़ी उपलब्धि है. इस काम में बहुत मेहनत और गालियां भी लगती है. साइकिल के ट्यूब में निर्धारित पॉइंट से हवा भर जाती है, लेकिन कई बार किसी जगह से हवा निकल जाती है, इसलिए साइकिल रुक जाती है. ये आयोजन यूपी के बढ़ते भरोसे और विकास का प्रतीक है. हम देश के छोटे शहरों गांवों में संचार व्यवस्था पहुंचा रहे हैं. ये मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया अभियान इसका बेहतरीन उदाहरण है. डिजिटल इंडिया सस्ते होते मोबाइल के कारण है. देश मोबाइल फ़ोन बनाने के मामले में दुनिया में दूसरे नम्बर पर पहुंच चुका है.