महाराष्ट्रा ए टी एस अमला से पूछताछ का फैसला

नई दिल्ली, ३० जून ( पी टी आई ) क़ौमी तहक़ीक़ाती एजेंसी ( एन आई ए ) की जानिब से इमकान है कि महाराष्ट्रा ए टी एस के कुछ ओहदेदारों से माले गावं में 2006 में हुए बम धमाकों के ताल्लुक़ से पूछताछ करेगी । एन आई ए इस केस में सबूत-ओ-शवाहिद जमा करने में मसरूफ़ है ।

एक मुल्ज़िम स्वामी असीमानंद की जानिब से एक मजिस्ट्रेट के रूबरू दिए गए इक़बाली बयान की रोशनी में ए टी एस की जानिब से 2006 मैं गिरफ़्तार किए गए नौ नौजवानों को अदालत से ज़मानत पर रिहा कर दिया गया ।

एन आई ए ने उन की ज़मानत की मुख़ालिफ़त नहीं की की उनका उनके ख़िलाफ़ कोई सबूत नहीं था । इन आई ए की जानिब से अब महाराष्ट्रा ए टी एस के ओहदेदारों के रोल का जायज़ा लेने का मंसूबा बनाया जा रहा है जिस ने इन नौजवानों के ख़िलाफ़ चार्च शीट भी तैयार कर दी और उसे अदालत में पेश भी कर दिया था ।

सरकारी ज़राए ने कहा कि इन की तहकीकात का अज़ सर-ए-नौ जायज़ा लिया जा रहा है । माले गावं में 2006 में हुए बम धमाकों में कम अज़ कम 35 अफ़राद हलाक हुए थे । एन आई ए की जानिब से मुल्क में ज़ाफ़रानी दहश्तगर्दी के फ़रोग़ पर तवज्जा मर्कूज़ की जा रही है और इस की जानिब से माले गावं समझौता ट्रेन धमाका मक्का मस्जिद धमाका और अजमेर शरीफ धमाकों के मुक़द्दमात की तहकीकात के लिए ख़ुसूसी टीमें तशकील दी गई हैं।

ज़राए ने कहा कि एन आई ए की टीम माले गावं में कैंप किए हुए है और ए टी एस के हासिल करदा तमाम फ़ार नसक़ शवाहिद का मुआइना करेगी । ए टी एस की क़ियादत उस वक़्त के जवाइंट कमिशनर मिस्टर के पी रघुवंशी और उन के नायब इन्सपैक्टर जनरल सुबोध जयसवाल ने की थी ।

ए टी एस ने अपनी तहकीकात में इन तीन धमाकों के मेकानिज़म का पर्दा फ़ाश नहीं किया ताहम इस ने फ़ौरी हरकत में आते हुए नव मुस्लिम नौजवानों शब्बीर अहमद मसीह उल्लाह नूर अलहदी शमस अलज़ही रईस अहमद मंसूरी सलमान फ़ारसी आइमी फ़र्ख़ इक़बाल मख़दूमी मुहम्मद अली शेख आसिफ़ ख़ान मुहम्मद अबदुल अंसारी और इबरार ग़ुलाम अहमद को गिरफ़्तार करते हुए उन के ख़िलाफ़ चार्च शीट भी पेश कर दी थी ।

हिन्दू दहश्तगर्द तंज़ीम अभीनो भारत के रुकन स्वामी असीमानंद को सी बी आई ने गिरफ़्तार किया था इस ने अपने इक़बाली बयान में जो एक मजिस्ट्रेट के सामने दिया गया था कहा कि माले गावं धमाके भी हिन्दू दहश्तगर्द ग्रुप ने किए थे । इसने ये भी कहा था कि इस केस में गिरफ़्तार करदा एक नौजवान ने इस का ज़हन तब्दील कर दिया है और इस ने एतराफ़ करने का फैसला कर लिया था ।

एक मुस्लिम नौजवान इबरार ने इल्ज़ाम आइद किया कि इस वक़्त के सप्रीटेंडेंट पुलिस राज वर्धन ने उसे फ़ोन पर किसी से बात करने पर मजबूर किया था । इन आई ए की जानिब से अब राज वर्धन से इस केस के सिलसिला में पूछताछ करना चाहती है । इस के इलावा माले गावं की कुछ मज़हबी तनज़ीमों से भी पूछताछ की जाएगी ।

असीमानंद उर्फ़ जतिन चटर्जी ने अपने इक़बाली बयान में कहा था कि आर एस इस का महलूक वर्कर सुनील जोशी और दूसरे माले गावं धमाकों के लिए ज़िम्मेदार हैं । ताहम हाल ही में इस ने अपने इक़बाली बयान से इन्हिराफ़ की भी कोशिश की थी । माले गावं में 2008 में भी दहश्त गिरदाना हमले हुए और इस में भी हिन्दू दहश्तगर्द ग्रुप्स सामने आए ।