महाराष्ट्रा में पांचवें टाइगर रिज़र्व का क़ियाम

नेशनल टाइगर कंज़र्वेशन अथॉरीटी की जानिब से मंज़ूरी मिलने के बाद महाराष्ट्रा एक ऐसी रियासत बन जाएगी जहां पांचवां टाइगर रिज़र्व क़ायम किया जाएगा।

पांचवां टाइगर रिज़र्व क़ायम किया जा रहा है। प्रिंसिपल सेक्रेटरी (जंगलात) प्रवीण परदेशी ने अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए कहा कि नागज़ीरा टाइगर रिज़र्व भंडारा और गोंडिया डिस्ट्रिक्ट के दरमयान वाके है जो टाडवया में पाए जाने वाले ज़ाइद टाईगर्स का मस्कन होगा।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्रा के मेल घाट, ताडोबाह बेंच और सहीअदरी में पहले ही चार टाइगर रिज़र्वस मौजूद हैं जो मग़रिबी महाराष्ट्रा में वाके हैं। उन्होंने मज़ीद कहा कि इसे पहले नागज़ीरा सनकचोरी का रकबा 150 मुरब्बा किलो मीटर था जबकि तावे गाव नेशनल पार्क का रकबा 130 मुरब्बा किलो मीटर था।

हमने एक नया टाइगर रिज़र्व बनाने केलिए इसके रकबा को बढ़ा कर 700 मुरब्बा किलो मीटर कर दिया। नागज़ीरा में तक़रीबन 200 टाईगर्स हैं जबकि टाडोबा में ज़ाइद अज़ 100 टाईगर्स मौजूद हैं।
मुंबई 30 नवंबर (सियासत डाट काम) नेशनल टाइगर कंज़र्वेशन अथॉरीटी की जानिब से मंज़ूरी मिलने के बाद महाराष्ट्रा एक ऐसी रियासत बन जाएगी जहां पांचवां टाइगर रिज़र्व क़ायम किया जाएगा।

पांचवां टाइगर रिज़र्व क़ायम किया जा रहा है। प्रिंसिपल सेक्रेटरी (जंगलात) प्रवीण परदेशी ने अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए कहा कि नागज़ीरा टाइगर रिज़र्व भंडारा और गोंडिया डिस्ट्रिक्ट के दरमयान वाके है जो टाडवया में पाए जाने वाले ज़ाइद टाईगर्स का मस्कन होगा।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्रा के मेल घाट, ताडोबाह बेंच और सहीअदरी में पहले ही चार टाइगर रिज़र्वस मौजूद हैं जो मग़रिबी महाराष्ट्रा में वाके हैं। उन्होंने मज़ीद कहा कि इसे पहले नागज़ीरा सनकचोरी का रकबा 150 मुरब्बा किलो मीटर था जबकि तावे गाव नेशनल पार्क का रकबा 130 मुरब्बा किलो मीटर था।

हमने एक नया टाइगर रिज़र्व बनाने केलिए इसके रकबा को बढ़ा कर 700 मुरब्बा किलो मीटर कर दिया। नागज़ीरा में तक़रीबन 200 टाईगर्स हैं जबकि टाडोबा में ज़ाइद अज़ 100 टाईगर्स मौजूद हैं।