महाराष्ट्र अए टी एस ने इंडियन मुजाहिदीन और उनके साथी को गिरफ़्तार करलिया

मुबय्यना दहशतगर्द तंज़ीम इंडियन मुजाहिदीन के मुआविन बानी यसीन भटकल और उनके करीबी बाएतेमाद साथी असदुल्लाह अख़तर को महाराष्ट्र की इन्सिदाद-ए-दहशतगर्दी (ए टी एस) ने 13 जुलाई 2013 के मुंबई दहशतगर्द हमले के सिलसिले में गिरफ़्तार कर लिया। उन्हें नई दिल्ली से मुंबई मुंतक़िल किया गया था। कल दिल्ली की एक अदालत ने महाराष्ट्र ए टी एस की दरख़ास्त क़बूल करते हुए भटकल और अख़तर उर्फ़ तब्रेज़ को उसकी तहवील में देने से इत्तेफ़ाक़ करलिया था।

ये लोग मुबय्यना तौर पर 2011 के मुंबई दहशतगर्द हमले में मुलव्विस थे जिस में 20 अफ़राद हलाक और 141 ज़ख़मी होगए थे। ए टी एस ने तहकीकात की तकमील केलिए उनसे तफ़तीश करने के लिए उन्हें तहवील में देने की दरख़ास्त की थी। इन दोनों मुल्ज़िमों की गिरफ़्तारी के साथ मुक़द्दमे में मुलव्विस मुश्तबा मुल्ज़िमीन की जुमला तादाद 7 होगई। मुल्ज़िमीन को कल अदालत में पेश किया जाएगा।

पाँच मुल्ज़िमों को गिरफ़्तार किया जा चुका है और उन पर क़ानून ताज़िराते हिंद और सख़्त गैर क़ानून मकोका के तहत मुक़द्दमात क़ायम किए गए हैं । इस मुक़द्दमे में रियाज़ भटकल भी मतलूब हैं जो इंडियन मुजाहिदीन का सरगर्म कारकुन है। विक़ास इब्राहीम साद , दुबई में मुक़ीम मुज़फ़्फ़र कोला और तहसीन अख़तर शेख भी पुलिस को मतलूब हैं। मुंबई में 13 जुलाई 2011 की शाम तीन ताक़तवर बम धमाके हुए थे जिन से 21 से ज़ाइद अफ़राद हलाक और 141 ज़ख़मी हुए थे। एन आई ए 40 दहशतगर्द मुक़द्दमों में मतलूब यसीन भटकल को भी गिरफ़्तार करचुकी है। 33 साला भटकल पहले सेमी से वाबस्ता था और इस पर शुबा किया जा रहा है कि हिन्दुस्तान के ख़िलाफ़ जंग छेड़ने में वो भी मुलव्विस था।