मुंबई: चंद्रपूर जंगलात में शेर के चार बच्चे मुबय्यना तौर पर भूक के सबब फ़ौत होजाने के बाद हुकूमत महाराष्ट्र ने सी बी आई और महिकमा जंगलात के ओहदेदारों पर मुश्तमिल एक ख़ुसूसी तहक़ीक़ाती टीम ( एस आई टी ) तशकील देने का फैसला किया है ताकि इन बच्चों की माँ के लापता होने के बारे में तहकीकात की जा सके।
वज़ीर जंगलात सुधीर मनगनटी वार ने कहा कि दोता तीन हफ़्तों की उम्र के शेर के इन बच्चों की माँ अचानक लापता हो गई जिसके नतीजे में बच्चे गुज़िशता तीन दिन से भूके थे। उन्होंने कहा कि हमारे सामने अब सवाल ये है कि इस बात का पता चलाया जाये कि शेर के इन बच्चों की माँ का क्या हुआ।
आया गैर मिजाज़ शिकारियों ने इस का शिकार करलिया य फिर इस में मुक़ामी किसानों की कोई शरारत है। दीगर मुम्किनात में ये भी शामिल है कि प्यासी शेर पानी की तलाश में किसी कुँवें में गिर कर फ़ौत हो गई य फिर ख़ुद शदीद प्यास के सबब फ़ौत हुई है। उन्होंने कहा कि शेर के चार छोटे बच्चों के मरने का वाक़िया महफ़ूज़ जंगलाती इलाक़ा में पेश नहीं आया।
उन्होंने शुबा ज़ाहिर किया कि साँप काटे से मौत होजाने के सबब शायद ये शेरनी लापता हो गई है। मनगनटी वार ने कहा कि महाराष्ट्र में फ़िलहाल दो साल से ज़ाइद उम्र के 190 शेर हैं और 50-60 शेर के बच्चे भी हैं। शेर औसतन 12 साल की उम्र के बाद तिब्बी अस्बाब से फ़ौत होजाते हैं।