महिकमा अकलियती बहबूद के अवामी शिकायती सेल के पहले इजलास में 16 शिकायात

सेक्रेटरी महिकमा अकलियती बहबूद मिस्टर दाना किशोर आई एस इस ने आज दफ़्तर हज हाउज़ में अक़लीयतों के लिये हुकूमत की जानिब से क़ायम करदा ख़ुसूसी शिकायती सेल का इजलास तलब किया जिस में महिकमा अकलियती बहबूद से मुंसलिक तमाम मह्कमाजात बशमोल वक़्फ़ बोर्ड , उर्दू एकेडेमी , हज कमेटी , रियासती अकलियती मालीयाती कारपोरेशन के चीफ एकज़ेकटिव ऑफीसरों के इलावा आला ओहदेदारों ने शिरकत की ।

इस मौक़ा पर सेक्रेटरी महिकमा अकलियती बहबूद मिस्टर दाना किशवर ने जो ब एतबार ओहदा कमिशनर अक़लीयती बहबूद भी होते हैं अपने मातहत ओहदेदारों के हमराह मुख़्तलिफ़ मह्कमाजात से मुताल्लिक़ अक़लीयतों की शिकायात की समाअत की और ओहदेदारों को इन शिकायतों का जायज़ा लेकर उन्हें फ़ौरी रिपोर्ट पेश करने की हिदायत भी दी ।

ये शिकायत मस्जिद मियां मुशक पुराना पुल की इंतिज़ामी कमेटी की कारकर्दगी के ताल्लुक़ से थी । शिकायत गुज़ार मुहम्मद हबीब उद्दीन साकिन पुराना पुल मस्जिद मियां मुशक के मुसल्ली हैं । उन्हों ने मिस्टर दाना किशवर को पेश की गई शिकायत में मुतालिबा किया कि मौजूदा इंतिज़ामी कमेटी और इस के ओहदेदार बिलख़सूस सेक्रेटरी इस तारीख़ी मस्जिद के तहत कइ कीमती 5 एकड़ अराज़ी के तहफ़्फ़ुज़ में नाकाम होगए हैं ।

उन्हों ने अपनी दरख़ास्त में बताया कि इस मस्जिद के तहत 99 मलगियात , एक मकान और वसीअ-ओ-अरीज़ क़ब्रिस्तान है लेकिन अफ़सोस के आमदनी का कोई हिसाब किताब पेश नहीं किया जाता । उन्हों ने मस्जिद मियां मुशक की तफ़सीलात रास्त सेक्रेटरी महिकमा अकलियती बहबूद से रुजू किये जिस पर वो हैरतज़दा रह गए कि 99 मलगियात होने के बावजूद मस्जिद की आमदनी बहुत महदूद है ।

मुहम्मद हबीब उद्दीन से दरख़ास्त वसूल करते ही मिस्टर दाना किशवर आई ए इस ने चीफ एकज़ेकेटिव ऑफीसर वक़्फ़ बोर्ड को हिदायत दी कि वो मस्जिद मियां मुशक का फ़ौरी सर्वे करवाए । 99 मलगियात के किराए का हिसाब किताब और मस्जिद में 25 कमरों पर मुश्तमिल जो दार-उल-अक़ामा है इस की तफ़सीलात के साथ साथ मस्जिद में मौजूद तारीख़ी-ओ-क़दीम हमाम से मुताल्लिक़ तफ़सीली रिपोर्ट आइन्दा पीर को होने वाले इजलास से क़बल पेश करे ।

वाज़ेह रहे कि रियासती अकलियती मालीयाती कारपोरेशन में करोड़ों रूपयों के स्क़ाम के मंज़रे आम पर आने के बाद रियासती हुकूमत ने शिकायती सेल क़ायम किया है चूँकि ईद की मसरूफ़ियात हैं इस लिये हो सकता है कि लोग पहले इजलासमें बड़ी कम तादाद में शिकायात पेश किये हूँ

लेकिन उम्मीद है कि आइन्दा पीर को मुनाक़िद होने वाले इजलास में अकलियती मह्कमाजात बिलख़सूस मौक़ूफ़ा जायदादों के बारे में बेशुमार शिकायतें अस्क़ाम(प्राप्त) होंगी ।