महिकमा कमर्शियल टैक्स में भी इन्फ़ार्मरस का तरीका-ए-कार बहाल

हुकूमत तेलंगाना ने महिकमा कमर्शियल टैक्सस में टैक्स चोरी करने वाले ताजिरों पर कड़ी नज़र रखने और ओहदेदारों को मतला करने इन्फ़ार्मरस के तरीका-ए-कार को बहाल करने की इजाज़त देदी है।

साथ ही इन्फ़ार्मरस को तरग़ीबी रक़म 10 हज़ार रुपये से बढ़ा कर 50 हज़ार रुपये करने का फ़ैसला किया है। इस सिलसिले में महिकमा कमर्शियल टैक्स ने हुकूमत को रिपोर्ट पेश कर के इन्फ़ार्मरस के तरीका-ए-कार से महिकमा को होने वाली ज़ाइद आमदनी से मुताल्लिक़ वाक़िफ़ करवाते हुए तरीका-ए-कार को दुबारा शुरू करने इजाज़त की ख़ाहिश की थी।

इन्फ़ार्मरस को तरग़ीब के तौर पर रक़म की फ़राहमी के लिए 10 लाख रुपये फ़राहम करने की ख़ाहिश की थी। ज़राए ने बताया कि ओहदेदारों की ख़ाहिश के मुताबिक़ हुकूमत ने महिकमा कमर्शियल टैक्सस को खु़फ़ीया रक़म के तौर पर दस लाख रुपये फ़राहम करने की मंज़ूरी दी है। बताया जाता हैके अब तक पुलिस और नशा बंदी-ओ-आबकारी में इन्फ़ार्मर का तरीका-ए-कार बाक़ायदा था लेकिन अब महिकमा कमर्शियल टैक्सस में भी उसे अप्नया जाएगा।

अर्सा पहले महिकमा में इन्फ़ार्मरस का तरीका-ए-कार राइज था लेकिन बाद में ख़त्म कर दिया गया था। बताया जाता हैके रियासत के ख़ज़ाने में ज़्यादा रक़ूमात फ़राहम करने वाला महिकमा कमर्शियल टैक्सस होता है और तेलंगाना में महिकमा से 26 हज़ार ता 30 हज़ार करोड़ रुपये की आमदनी होती है।