सदर अफ़्ग़ानिस्तान हामिद करज़ई के इस दावे के बाद कि अफ़्ग़ानिस्तान के महिकमा सुराग़ रसानी के सरबराह पर जिस ख़ुदकुश बम बर्दार ने हमला किया था वो पाकिस्तान से काबुल आया था , हकूमत-ए-पाकिस्तान ने कहा कि हुकूमत अफ़्ग़ानिस्तान को इस बुज़दिलाना हमला के बारे में अगर कोई इतेला इस के पास है जिस से सदर अफ़्ग़ानिस्तान के इस इल्ज़ाम का सबूत हासिल होता है तो उसे चाहीए कि इन मालूमात में पाकिस्तान को भी शरीक करें ।
पाकिस्तान दफ़्तार-ए-ख़ारजा के तर्जुमान मुअज़्ज़म ख़ान ने अपने एक बयान में कहा कि इल्ज़ामात आइद करने से पहले हुकूमत अफ़्ग़ानिस्तान अगर मालूमात और सबूतों में हकूमत-ए-पाकिस्तान को भी शरीक करे तो बेहतर होगा ।
मुम्किन है कि इस बुज़दिलाना हमला के बारे में पाकिस्तान अपने तौर पर बेहतर तहक़ीक़ात करसके । उन्हों ने कहा कि अफ़्ग़ान ओहदेदारों को भी महिकमा सुराग़ रसानी अफ़्ग़ानिस्तान के सरबराह असद उल्लाह ख़ालिद के हिफ़ाज़ती इंतिज़ामात में कोताहियों के बारे में भी तहक़ीक़ात करना चाहीए।