महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं पर चुप खड़े रहने वालों को विराट कोहली ने बताया बुज़दिल

नई दिल्ली: भारतीय कप्तान विराट कोहली ने आज कहा कि नए साल के जश्न के दौरान बेंगलूर की सड़कों पर महिलाओं के साथ कथित छेड़छाड़ के समय जो लोग मूकदर्शक बने हुए थे उन्हें खुद को मर्द कहने का कोई अधिकार नहीं है”और कि मुझे शर्म आती है कि हम ऐसे समाज का अंग हैं।

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

सियासत की खबरों के मुताबिक़ कोहली जिन्होंने देर से ही सही मगर उक्त सामाजिक मसले पर अपनी प्रतिक्रिया के रूप में ट्वीट में 94 सैकंडस के विडियो पोस्ट किए।

भारत के कप्तान ने टिप्पणी करते हुए कहा है कि मैं एक सवाल पूछना चाहता हूँ” कि भगवान न करे इस प्रकार की घटना आप लोगों के परिवार के साथ पेश आता’ तो क्या आप इसी तरह चुप रहते या फिर उनकी मदद करते? इस प्रकार की घटनायें तब ही अंजाम दिए जाते हैं जब लोग मूकदर्शक बनकर ऐसी घटनाओं का निरीक्षण करते हैं।

और यही वजह है कि एक लड़की के साथ ऐसा किया जाता है। क्योंकि लड़की छोटे कपड़े पहनती हैं। यह उसकी जिंदगी है और उसका फैसला है उसकी इच्छा किसी आदमी के लिए अवसर नहीं है कि वह जिस तरह का चाहे उस के साथ व्यवहार करे, क्योंकि पुरुष शक्तिशाली होता है ‘यह एक भयानक बात है।

कोहली ने सीधे अपने बयान में कहा, है कि मैं इस प्रकार के समाज का हिस्सा होने पर शर्मिंदा हूँ। कोहली ने आगे कहा, मैं समझता हूं कि हमें अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत है पुरुषों और महिलाओं के साथ हमारा रवैया समान होना चाहिए हर किसी के साथ सहानुभूतिपूर्ण रवैया होना चाहिए और हमें इस बात का एहसास करना चाहिए कि अगर हम वहाँ होते और हमारी माँ या परिवार के किसी सदस्य के साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा होता तो हम किया करते। हम इस बारे में क्या सोचते हैं.