भोपाल : मध्य प्रदेश के मंदसौर रेलवे स्टेशन पर जिन दो मुस्लिम महिलाओं को गोमांस ले जाने के संदेह में पीटा गया उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के इशारे पर पीटा गया है | जीआरपी ने इस सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है ।
पीड़ितों में से एक सलमा ने आज बताया कि जब हम मंदसौर आ रहे थे कुछ कुछ बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हमें रोककर हमसे पूछा कि हम क्या ले जा रहे हैं | हमने उनसे कहा कि पड्डे का मांस (भैंस के बछड़े मांस) लेकिन उन्होंने हमारी बात को अनसुना करते हुए आरोप लगाया कि ये गौमांस है |हमने उनसे इसकी जाँच कराने के लिए कहा लेकिन उन्होंने इससे इंकार करते हुए अपने साथ की अन्य महिलाओं से हमें पीटने के लिए कहा |
पीड़िता ने बताया कि जब पुलिसकर्मियों ने हमें बचाने की कोशिश उन लोगों ने पुलिस को भी धमकी दी |
पीड़ितों, सलमा मेवाती (35) और शमीम अख्तर हुसैन (30), दोनों से स्थानीय निवासियों ने कथित तौर पर स्वयंघोषित गौरक्षकों ने मारपीट की बाद में पुलिस ने गोमांस ले जाने के संदेह में इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
हालांकि, मांस की जाँच किये जाने पर मांस भैंस का था पुलिस ने दोनों महिलाओं के ख़िलाफ़ आरोपों को ख़त्म करते हुए एक स्थानीय अदालत ने कल शाम दोनों महिलाओं को जमानत दे दी।
सलमा ने मांग की है कि जिन लोगों ने क़ानून अपने हाथ में लेकर उन पर हमला किया है उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाना चाहिए।मामला शुरू में मंदसौर पुलिस द्वारा दर्ज किया गया था लेकिन ये घटना रेलवे प्लेटफार्म पर घटी थी इसलिए बाद में ये मामला राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) को सौंप दिया गया |
जीआरपी रतलाम, डीएसपी डी आर एस चौहान ने बताया कि इस सिलसिले में वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपियों गोविंद राव चौहान, दिलीप देवड़ा, स्वदेश चनल और विकास अहीर की पहचान कर उनको गिरफ़्तार कर लिया है |घटना में शामिल महिला के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि उसकी पहचान करने की कोशिश की जा रही है जल्दी ही उसको भी गिरफ़्तार कर लिया जायेगा |उन्होंने बताया कि गिरफ़्तार किये गये लोगों पर आईपीसी की प्रसांगिक धाराओं के तहत मुक़दमा दर्ज कर लिया गया है |
कल इस मुद्दे पर विपक्षी बसपा और कांग्रेस ने राज्यसभा में हंगामा किया था |