नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने आज चुनाव आयोग से अपील की है कि उत्तर प्रदेश में अगले महीने फरवरी तक विधानसभा चुनाव किए जाएं और यह आरोप लगाया है कि मुलायम सिंह यादव के परिवार में आंतरिक कलह से समाज घाटी सरकार के कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा और समाजवादी पार्टी विधानसभा चुनाव में देरी करना चाहते हैं। लेकिन उनकी पार्टी की यह इच्छा है कि चुनाव आयोग सार्वजनिक हितों में जनवरी।
फरवरी में विधानसभा चुनाव कराने के लिए कार्यक्रम की घोषणा करे। एक पत्रकारिता बयान में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश की बदतर स्थिति के मद्देनजर केंद्र सरकार को राष्ट्रपति शासन लागू कर देना चाहिए था जब उत्तर प्रदेश में भाजपा एक कमजोर पक्ष है। जिससे केंद्र सरकार राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की हिम्मत नहीं कर रही है। गौरतलब है कि जारीया सप्ताह के शुरू में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में गंभीर मतभेद सामने आ गए हैं।
लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस समारोह में समाजवाद पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने अपने पुत्र और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अपने चाचा शिवपाल यादव (मुलायम के भाई) की उपेक्षा की आलोचना का निशाना बनाया था। मुलायम सिंह ने यह धमकी दी थी कि अंदरून एक हफ़्ता इन नेताओं की सूची जारी की जाए जिन्हें पार्टी से निकाल देने की जरूरत है ..