महेश जेठमलानी बी जे पी क़ौमी आमिला से मुस्ताफ़ी

नई दिल्ली, ०६ नवंबर ( पीटीआई ) बी जे पी के सदर नितिन गडकरी पर उन के ख़िलाफ़ मालीयाती बदउनवानीयों ( भ्रष्टाचारो) और रिश्वत सतानियों के इल्ज़ामात के तहत ओहदा से सुबकदोशी के लिए जारी दबाव में आज मज़ीद इज़ाफ़ा हो गया जब इस पार्टी के सीनियर लीडर और क़ानूनदां महेश जेठमलानी ने ये कहते हुए बी जे पी की क़ौमी आमिला (राष्ट्रीय कार्यकारिणी) की रुकनीयत (Membership) से इस्तीफ़ा दे दिया कि इस मसला से पार्टी की साख बुरी तरह मुतास्सिर हो रही है ।

मिस्टर गडकरी के नाम एक मकतूब में मिस्टर जेठमलानी ने कहा कि में अख़लाक़-ओ-दानिश की बुनियाद पर में ये मुनासिब नहीं समझता कि जब तक आप सदारत पर फ़ाइज़ रहें में पार्टी की क़ौमी आमिला में काम करता रहूं। महेश जेठमलानी ने अपने इस फैसले का आज ऐलान किया जिस से 15 दिन क़बल उन के वालिद और बी जे पी के रुकन ( सदस्य) राज्य सभा राम जेठमलानी ने नितिन गडकरी से मुतालिबा किया था कि वो पार्टी की सदारत से मुस्ताफ़ी ( त्यागपत्रदाता) हो जाएं और रिश्वत सतानी के इल्ज़ामात को मल्हूज़ (लीहाज़) रखते हुए दूसरी मीआद के लिए कोशिश ना करें।

वाज़िह रहे कि मिस्टर गडकरी की कंपनी पूर्ति शूगर लिमिटेड को मशकूक-ओ-मुश्तबा अंदाज़ में मालिया की फ़राहमी से मुताल्लिक़ ज़राए इबलाग़ ( मीडिया) की इत्तिलाआत मंज़र-ए-आम पर आने के बाद मुख़्तलिफ़ गोशों से सख़्त तन्क़ीदों का सामना है । बी जे पी क़ाइदीन ( लीडर) ने इद्दिआ (दावा) किया है कि मिस्टर गडकरी ने ख़ुद अपने ख़िलाफ़ इल्ज़ामात के तहकीकात का सामना करने की पेशकश की है लेकिन अंदरूनी हलक़ों ने उन्हें गुज़श्ता हफ़्ता हिमाचल प्रदेश में अपनी पार्टी की इंतिख़ाबी मुहिम में हिस्सा लेने से ज़बरदस्ती रोक दिया था ।

महेश जेठमलानी ने मुंबई में अख़बारी नुमाइंदों से बात चीत करते हुए कहा कि वो मिस्टर गडकरी के ख़िलाफ़ रिश्वत सतानी के इल्ज़ामात पर उन्हें कोई वाज़िह जवाब मौसूल नहीं हुआ है चुनांचे मेरा शख़्सी ज़मीर मुतमईन नहीं है और में ने क़ौमी आमिला ( राष्ट्रीय कार्यकारिणी) से इस्तीफ़ा देना पसंद किया है ।

ताहम ( यद्वपि) में पार्टी के लिए बदस्तूर काम करता रहूँगा । इस सवाल पर कि आया उन्होंने मिस्टर गडकरी से अपनी कंपनी से मुताल्लिक़ मसाइल ( समस्याओं) पर कोई वज़ाहत तलब की है । मिस्टर महेश ने नफ़ी ( नकारात्मक/ Negative) में जवाब दिया लेकिन कहा कि उन के ख़िलाफ़ इल्ज़ामात और इस पर बयान की जाने वाली वज़ाहतों का में शख़्सी तौर पर तजज़िया (अलग अलग) कर चुका हूँ। इस सवाल पर कि आया गडकरी के ख़िलाफ़ इल्ज़ामात से पार्टी की साख मुतास्सिर हुई है ।

महेश जेठमलानी ने इस बात में जवाब दिया और कहा कि जी हाँ ! में महसूस करता हूँ कि इससे पार्टी की साख मुतास्सिर हुई है और हम इस मसला पर फैसला करने में ताख़ीर ( देरी) कर रहे हैं । इस क़ियादत से में ये कहना चाहूंगा कि इस मसला को ब उजलत मुम्किना हल कर लिया जाए ।

इस वाक़िया पर रद्द-ए-अमल का इज़हार करते हुए बी जे पी के तर्जुमान राजीव परताब रूडी ने महेश जेठमलानी की जानिब से खुले आम मकतूब की इजराई पर नाख़ुशी का इज़हार किया और कहा कि इससे पार्टी को कहीं ज़्यादा नुक़्सान पहूंचेगा । इस सवाल पर कि आया महेश जेठमलानी ने पार्टी सदारत से इस्तीफ़ा के लिए जारी दबाव में मज़ीद शिद्दत पैदा करने के लिए इस्तीफ़ा का ऐलान किया है ।

मिस्टर रूडी ने जवाब दिया कि गडकरी पर किसी दबाव का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता । उन्होंने दावा किया कि मिस्टर गडकरी के ख़िलाफ़ आइद इल्ज़ामात पर पार्टी में पहले ही गौर व बहस की जा चुकी है ।