सना 22 अक्टूबर( एजैंसीज़ ) अमरीका ने यमनी सदराली अबदुल्लाह सालेह की जानिब से जी सी सी के पेश करदा फार्मूले पर दस्तख़त केलिए किसी भी किस्म की ज़मानत देने से इनकार कर दिया है।
अमरीकी दफ़्तार-ए-ख़ारजा के तर्जुमान मार्क टोनर ने एक ब्यान में कहा है कि वाशिंगटन किसी इज़ाफ़ी ज़मानत को ज़रूरी ख़्याल नहीं करता। फ़्रांसीसी ख़बररसां इदारे ने मार्क टोनर के हवाले से बताया है कि मसले की जड़ सदर सालिह की ज़ात और उन का मुआहिदे से मुसलसल दस्तख़त से इनकार है।
उन्होंने सदर सालिह से मुतालिबा क्या वो अपने वाअदे पूरे करें और यमन में इंतिक़ाल इक़तिदार के लिए ख़लीज तआवुन कौंसल के तैय्यार करदा फार्मूले पर फ़ौरी तौर पर दस्तख़त करें।
इस से पहले यमन के सदर अली अबदुल्लाह सालिह ने कहा था अमरीका, योरपी यूनीयन और ख़लीजी ममालिक तहफ़्फ़ुज़ की ज़मानत दें तो वो ख़लीज तआवुन कौंसल, जी सी सी की जानिब से इंतिक़ाल इक़तिदार केलिए पेश करदा फार्मूले पर दस्तख़त के लिए तैय्यार हैं।
उलार बया टी वी की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ सदर ने इन ख़्यालात का इज़हार हुक्मराँ जमात यपपलज़ कान्फ़्रैंस की सेंट्रल कमेटी के एक हंगामी इजलास के दौरान ख़िताब में किया।
उन्हों ने कहा कि मैं ज़ख़मी होने के बाद सऊदी अरब में ज़ेर-ए-इलाज था। मेरी जगह नायब सदर भी ख़लीजी फार्मूले पर दस्तख़त कर सकते थी, लेकिन इस के लिए ज़रूरी था कि हमें अमरीका , यूरोप और ख़लीजी ममालिक की जानिब से हर मुम्किन तहफ़्फ़ुज़ की ज़मानत फ़राहम की जाती।