मांझी काबिना में चौदह नए वज़ीर शामिल

वजीरे आला जीतन राम मांझी के पहले काबिना तौसिह में पीर शाम चार बजे चौदह नए वुजरा ने हदफ़ ली। गोवर्नर हाउस के राजेंद्र मंडप में गवर्नर डॉ. डीवाई पाटील ने नए वज़ीरों को ओहदे और गोपनीयता की हदफ़ दिलाई। जिन चौदह लोगों को आज वज़ीर की हदफ़ दिलाई गई उनमें पांच विधान पार्षद भी हैं। इनमें तीन राम लषण राम रमण, सम्राट चौधरी और जावेद इकबाल अंसारी राजद छोड़कर जदयू में शामिल हो गए थे और एसेम्बली की रुकनीयत से इस्तीफा दिया था। हाल ही में ये विधान परिषद के लिए मनोनीत हुए हैं।

वज़ीर ओहदे की हदफा लेने वालों में विधान पार्षद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, श्रवण कुमार, रामलषण राम रमण, रामधनी सिंह, सम्राट चौधरी उर्फ राकेश कुमार, डॉ. महाचंद्र प्रसाद सिंह, जय कुमार सिंह, मनोज कुमार सिंह, बीमा भारती, जावेद इकबाल अंसारी, बैद्यनाथ सहनी, विनोद प्रसाद यादव, रंजू गीता और नौशाद आलम शामिल हैं।

इन्हें पहली बार मिला वज़ीर ओहदा

पहली बार जिन्हें वज़ीर बनाया गया उनमें राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के अलावा नालंदा के एमएलए श्रवण कुमार, रोहतास जिले के करगहर से एमएलए रामधनी सिंह, दिनारा के एमएलए जयकुमार सिंह, मुजफ्फरपुर के कुढ़नी के एमएलए मनोज कुमार सिंह उर्फ मनोज कुशवाहा, पूर्णिया वाकेय रूपौली की विधायक बीमा भारती, बांका के साबिक़ एमएलए जावेद इकबाल अंसारी, किशनगंज वाकेय ठाकुरगंज के एमएलए नौशाद आलम, समस्तीपुर के मोरवा के एमएलए बैद्यनाथ सहनी व शेरघाटी के एमएलए विनोद यादव शामिल हैं।

नए वज़ीर

राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह
श्रवण कुमार
रामलषण राम रमण
रामधनी सिंह
सम्राट चौधरी उर्फ राकेश कुमार
डॉ. महाचंद्र प्रसाद सिंह
जय कुमार सिंह
मनोज कुमार सिंह
बीमा भारती
जावेद इकबाल अंसारी
बैद्यनाथ सहनी
विनोद प्रसाद यादव
रंजू गीता
नौशाद आलम