जीतन राम मांझी ने जुमा की देर शाम नीतीश हामी के दो वज़ीरों पीके शाही व राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह को काबीना से बर्खास्त करने की सिफारिश गवर्नर से की है। उधर, इससे पहले शरद यादव ने गवर्नर को खत भेजकर वजीरे आला जीतन राम मांझी की किसी भी सिफारिश को न मानने का दरख्वास्त किया था।
शरद ने अपने खत में कहा कि मिस्टर मांझी अकसरियत में नहीं हैं। इधर, जीतन राम मांझी को सनीचर को जदयू से बर्खास्त किया जा सकता है। पार्टी के क़ौमी जेनरल सेक्रेटरी केसी त्यागी ने देर रात कहा कि कल चार बजे के बाद मिस्टर मांझी न तो जदयू में रहेंगे और न एमएलए के लीडर। वज़ीरों को बर्खास्त करने की यह शिफारिश उनकी हताशा का परिणाम है।
जदयू कियाद्त और सीएम जीतनराम मांझी का खेमा आमने-सामने हो गया है। जुमा को पटना का सियासी दर्जे हरारत गर्म रहा। वजीरे आला ने साफ कहा कि अब मेरी जंग शुरू हो गई है। उन्होंने क़ौमी सदर शरद यादव के फैसले को चैलेंज देते हुए 20 को एमएलए दल की बैठक का ऐलान भी कर दिया। उधर जदयू कियादत सनीचर को एमएलए दल की बैठक के फैसले पर कायम है। उन्होंने दावा किया कि पार्टी को 130 एमएलए का हिमायत हासिल है। कहा कि सनीचर को नए लीडर का इंतिख़ाब होगा।
उधर, भाजपा ने तमाम ऑप्शन खुले रहने का ऐलान कर जरूरत पड़ने पर मांझी को हिमायत देने का इशारा दिया है। हालांकि भाजपा के हामी के बाद भी मांझी को जदयू के कम से कम तीस एमएलए के हिमायत की जरूरत होगी। जुमा को दिनभर गहमागहमी रही। वजीरे आला ने अपने हामी वज़ीरों वृशिण पटेल, नरेन्द्र सिंह, सम्राट चौधरी, महाचंन्द्र प्रसाद सिंह और नीतीश मिश्र के साथ बातचीत की।
इस बैठक में तय हुआ कि लीडर के नाते वजीर आला 20 फरवरी को एमएलए दल की बैठक बुलाएं। दूसरी तरफ सुबह से ही नीतीश कुमार के रिहाइशगाह और होटल में टिके शरद यादव के पास गहमागहमी रही। जदयू के रियासती सदर और क़ौमी जेनरल सेक्रेटरी ने कई बार ताजा सुरते हाल पर बातचीत की। उधर, नीतीश कुमार के हिमायती वज़ीर एसेम्बली सदर के रूम में डटे रहे। दूसरी तरफ मांझी के हामियों ने जुमा को जदयू दफ्तर और उस होटल पर मुजाहिरा किया जहां शरद ठहरे हुए हैं।
मेरी जंग शुरू हो गई है। नीतीश कहते कि मांझी खराब काम कर रहे हैं तो मैं फौरन इस्तीफा दे देता। लेकिन नीतीश कुमार भीष्म पितामह वाले अंदाज में हैं, उन्हें अपनी चुप्पी तोडनी चाहिए। खुद नहीं बोलकर वज़ीर ललन सिंह, केसी त्यागी और नीरज से बोलवा रहे हैं। सामंतवादी लोग नहीं चाहते कि जीतन राम मांझी वजीरे आला बना रहे। मैं फाइट करूंगा।
जीतनराम मांझी