मांझी ने बनाई नई पार्टी “हम”

बिहार के साबिक वज़ीर ए आला जीतन राम मांझी ने अपने हामियों के साथ बिहार बचाओ कारकुन कांफ्रेंस में अपनी नई सियासी पार्टी “हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा” (हम) बनाने का ऐलान किया और वज़ीर ए आला नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला।

मांझी ने कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि हम नीतीश कुमार के असली चेहरे को जनता के सामने लाएं। हमारी पार्टी नीतीश कुमार और जेडी(यू) को चुनौती देगी। बिहार में इस साल के आखिर में विधानसभा इंतेखाबात होने वाले हैं। मांझी ने हफ्ते के रोज़ कहा कि, हम लोगों ने कई लंबी बैठकों में तबादला ख्याल के बाद नई पार्टी हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा बनाने का फैसला किया है।

इन बैठकों में हमने अपने हामियों , हमदर्दी रखने वालों और साबिक वुजराओं से तबादला ख्याल किया। इसके बाद हमलोग नई पार्टी बनाने के फैसले पर पहुंचे। मांझी और उनके हामी वजराओं , एमएलए को जेडी(यू) चीफ शरद यादव ने पार्टी से निकाल दिया था। इसके बाद से अटकलबाजी तेज थी कि अब मांझी की सियासत किस करवट बैठेगी।

मांझी के ज्यादातर हामी महादलित कैटिगरी से ताल्लुक रखते हैं। पार्टी लॉन्च करने के मौके पर मांझी ने कहा, हम अपने हामियों के साथ नीतीश कुमार के असली चेहरे को बेनकाब करेंगे। मैंने 9 महीने के इक्तेदार में महज 12 दिन काम किए हैं। ज्यादातर वक्त ज़ुबानी जंग में ही गुजरा। मैं भले 9 महीने तक सीएम की कुर्सी पर रहा लेकिन असली काम मैंने 7 से 19 फरवरी के बीच महज 12 दिनों तक किए। मांझी ने कहा कि जब उन्होंने सीएम की कुर्सी गुजश्ता साल संभाली तो दो से तीन महीनों तक वह रबर स्टांप रहे।

उन्होंने कहा कि मैं नीतीश की दी हुई लिस्ट के मुताबिक ट्रांसफर और पोस्टिंग करता रहा। मांझी ने कहा कि इसमें मेरा किरदार सिर्फ दस्तखत भर रहता था। मुझे यह भी मालूम नहीं होता था कि वज़ीर कौन होगा। साबिक सीएम ने कहा, फिर मुझे अहसास हुआ कि यदि इसी तरह खुद से समझौता करता रहा तो मसला संगीन हो जाएगा। मुझे लगा कि चाहे जो भी कीमत चुकानी प़डे खुद से समझौता नहीं करूंगा।

नीतीश कुमार ने लोकसभा इंतेखाबात में जेडी(यू) की शर्मनाक हार के बाद इख्लाकी जिम्मेदारी लेते हुए सीएम के ओहदा से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद मई 2014 में मांझी को सीएम बनाया गया था। नीतीश कुमार से कलह के बाद जेडी(यू) ने मांझी को ओहदा छो़डने पर मजबूर कर दिया। मांझी ने इसी महीने 20 फरवरी को इस्तीफा दे दिया था।