जेएनयू विवाद पर भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में जेटली का बयान
नई दिल्ली: मंत्री अरुण जेटली ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय विवाद पर आज किया कि हालांकि विवाद के पहले दिन कुछ लोग जेएनयू पहुँचे और अन्य कुछ देशद्रोही नारे लगाए लेकिन समग्र राष्ट्र विरोधी नारों की चर्चा आमतौर पर वामपंथी अत्यधिक कट्टरपंथी तत्वों सबसे आगे थे।
अरुण जेटली ने जो यहां भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन संबोधित कर रहे थे कहा कि ” कुल मिलाकर यह (राष्ट्र विरोधी नारे बाजी) में माइनॉरिटी समुदाय के लोग शामिल नहीं थे। उनके (माइनॉरिटी ) से ज्यादातर ने कोई टिप्पणी नहीं की और चर्चा में भाग नहीं लिया था।
” जेटली ने कहा कि ” राष्ट्रवाद की विचारधारा भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण शक्ति की हैसियत रखता है। सही अभिव्यक्ति विचार, राष्ट्रवाद के सिद्धांत के साथ आराम और बरकरार रह सकता है। हमारे संविधान ने जहां नाराजगी और विचार प्रकट करने की स्वतंत्रता दी है वहीं वह क़ौम व देश को नष्ट करने की अनुमति नहीं देता।
जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के मुद्दे पर जेटली ने कहा कि भाजपा इस राज्य में शासन के एजेंडा पूरी तरह प्रतिबद्ध है। लेकिन भाजपा संकल्प में जम्मू-कश्मीर का लखदस राष्ट्रीय सुरक्षा के संदर्भ में उद्धृत । जेटली ने देश दुश्मन नारे बाज़ी लिए कट्टरपंथी उग्रवादी वामपंथी तत्वों पर आरोप लगाते हुए माइनॉरिटी समुदाय के सदस्यों को इन आरोपों से बरी करते हुए इस मुद्दे पर भाजपा को होने वाली पशेमानी से निजात दिलाने की कोशिश की।