माईक्रो साफ़्ट केलिए एप्लीकेशन फ़राहम करने का तलबा को सुनहरी मौक़ा

हैदराबाद । 5 नवंबर (सियासत न्यूज़) माईक्रो साफ़्ट इंडिया ने विंडोज़ फ़ोन एप्लीकेशन के लिए हिंदूस्तान से सॉफ्टवेर डेवलपर्स तलबा की सलाहीयतों को एक प्लेटफार्म फ़राहम करने एक मुहिम का आग़ाज़ किया है जिस को आई उन लॉक जाई का नाम दिया गया है ।

बासलाहीयत तलबा केलिए शुरू करदा इस मुहिम का मक़सद हिंदूस्तान के बासलाहीयत एप्लीकेशन डेवलपर्स को एक मौक़ा फ़राहम करने के इलावा अपने विंडोज़ फोन्स के लिए सैंकड़ों अपीलीकशन का हुसूल है । इस इख़तिराई मुहिम में हर वो हिंदूस्तानी तालिबे इलम शिरकत करसकता है , जिस की मुल्क में क़ानूनी रिहायश हो।

इस मुहिम में शिरकत करने वाले तालिब-ए-इल्म का विंडोज़ फोन्स एप्लीकेशन जब एक मर्तबा मार्किट प्लेसज़ की फ़हरिस्त में शामिल होजाता है तो फिर उस तालिब-ए-इल्म को माईक्रो साफ़्ट की जानिब से सर्टीफ़िकेटस, विंडोज़ फ़ोन टी शर्ट और 2 जी बी का यू एसबी फ्लाश ड्राईव इनाम के तौर पर दिया जाएगा। इलावा अज़ीं अगर कोई तालिब-ए-इल्म 4 अपीलीकीशन दाख़िल करता है तो इस को इनाम के तौर पर विंडोज़ फ़ोन टसट डीवाइज़ के साथ मज़कूरा बाला तमाम इनामात भी दिए जाएंगे।

अपीलीकीशन को डेवलप करने केलिए कौनसा सॉफ्टवेर इस्तिमाल किया जाना चाहीए और इस तरह की दीगर तफ़सीलात रोज़नामा सियासत के वैब साईट पर लिंक करदी गई हैं और लिंक http://www.siasat.com/english/news/windows-phone है ।इस ख़सूस में इज़हार-ए-ख़्याल करने डेवलपर पार्टनर माईक्रो साफ़्ट इंडिया के जनरल मैनेजर मिस्टर मूर्ती, अप्पा लोरी ने कहा कि आई उन लॉक जाय मुहिम के तहत 3 ज़मरों मैं तलबा को अपनी सलाहीयतों को ज़ाहिर करने का मौक़ा दिया जा रहा है और ये ज़ुमरे सबमीट अनडरीसो पोर्ट 2 आपस एनडरीसो और वीमनस स्पैशल हैं।

वीमनस केलिए मुख़तस करदा ज़ुमरे में ये पहला मौक़ा है कि ख़ातून डेवलपर्स भी अपने एप्लीकेशन दाख़िल करते हुए सर्टीफ़िकेट और इनाम हासिल करसकती हैं। इस ज़ुमरे के तहत पहले 100 रजिस्टर्ड करनेवाली डेवलपर्स के सबमनट वन (1) के तहत जब उन के अपीलीकीशन मार्किट पैलेस में जगह हासिल करलेते हैं तो उन्हें विंडोज़ फ़ोन दिया जाएगा।

तलबा और डेवलपर्स के लिए अपनी सलाहीयतों को ज़ाहिर करते हुए माईक्रो साफ़्ट केलिए अपीलीकीशन दाख़िल करने और सर्टीफ़िकेट-ओ-इनामात हासिल करने का ये सुनहरी मौक़ा है । याद रहे कि रजिस्ट्रेशन की आख़िरी तारीख़ 18 नवंबर 2011-ए-मुक़र्रर की गई है ।