माकपा,भाकपा व माले साथ लड़ेंगे इंतिख़ाब

एसेम्बली इंतिख़ाब में भाकपा,माले और माकपा का इत्तिहाद होगा।16 नवंबर को तीनों पार्टी के क़ौमी लीडर पटना में इत्तिहाद पर गौर करेंगे। झारखंड एसेम्बली इंतिख़ाब में तीनों दलों ने इत्तिहाद की कोशिश किया है।

हालांकि वहां सिर्फ एक सीट पर माले के उम्मीदवार उतारने की वजह से इत्तिहाद की को थोड़ा झटका लगा है। एसेम्बली इंतिख़ाब में वाम दल की इत्तिहाद में कोई परेशानी न हो। इस पर तीनों दल के आला लीडर गौर करेंगे।

16 नवंबर को सीपीएम के क़ौमी जेनरल सेक्रेटरी प्रकाश करात, माले के क़ौमी जेनरल सेक्रेटरी दीपंकर भट्टाचार्य और सीपीआइ के जेनरल सेक्रेटरी सुधाकर रेड्डी पटना में वाम दलों की इत्तिहाद और एसेम्बली इंतिख़ाब लड़ने की पॉलिसी पर बातचीत करेंगे।

गुजिशता सप्ताह पटना में माकपा एमपी सीताराम येचुरी ने भी वाम दलों के दरमियान इत्तिहाद के इशारे दिये थे। उन्होंने कहा था कि इत्तिहाद पर बहस होगी,तब आखरी फैसला लिया जायेगा। वाम दलों की इत्तिहाद को लेकर पटना में भाकपा, माकपा और माले के रियासती लीडरान की चार दौर में बैठक हो चुकी है। बैठकों में भाजपा की बढ़ती ताकत को रोकने के लिए तीनों दलों के लीडरों ने इत्तिहाद को जरूरी बताया है। इत्तिहाद के तहत इंतिख़ाब नहीं लड़ने का खामियाजा तीनों वाम दल को गुजिशता एसेम्बली इंतिख़ाब में असर पड़ा है। 2010 के एसेम्बली इंतिख़ाब में तीनों दलों ने 197 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे,लेकिन कामयाबी सिर्फ एक सीट पर ही मिली थी। बेगूसराय के बछवाड़ा से सिर्फ सीपीआइ के अवधेश राय को जीत मिली थी। वाम दलों के लीडरों ने एलान किया है कि कांग्रेस और भाजपा को छोड़ वे किसी भी पार्टी के साथ इत्तिहाद कर सकते हैं।

बिहार में सपा और बसपा के रियासती सदर रामचंद्र प्रसाद यादव और भरत बिंद पहले ही वाम दलों के साथ इत्तिहाद करने का इशारा दे चुके हैं। हालांकि दिल्ली में समाजवादी पार्टियों की इत्तिहाद को ले कर हुई बैठक के बाद सपा का वाम दलों के साथ इत्तिहाद की इमकनात नजर आ रही है। वाम दलों का इत्तिहाद हुआ,तो तीनों पार्टी तमाम सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करेंगे।