मानव तस्करी के आरोप में वाराणसी से भाजपा युवा मोर्चा का नेता गिरफ्तार !

वाराणसी से भाजपा के युवा मोर्चा के पूर्व नेता को पुलिस ने मानव तस्करी के आरोपों में गिरफ्तार किया है।  गिरफ्तार किए गए वाराणसी के भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व महासचिव का नाम जय सिंह है।
उसकी गिरफ्तारी बीते 25 जुलाई को की गई थी। पुलिस को जानकारी तब हुई जब दो उसके शिकंजे से दो नेपाली महिलाएं मानव तस्करों के शिकंजे से बचकर निकल गईं थीं। बचाई गई 38 वर्षीय महिला ने उस पर अपनी और 18 अन्य लड़कियों की तस्करी का भी आरोप लगाया था। दोनों महिलाओं ने नेपाल के बरदिया जिले के गुलारिया पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई थी।
दोनों महिलाओं का आरोप था कि कुछ लोग उन्हें और 18 अन्य महिलाओं को खाड़ी देशों में नौकरी का आॅफर देकर 6 जुलाई को वाराणसी लाए थे। यहां पर उन्हें देह व्यापार में धकेल दिया गया। वे अप्रैल के दूसरे हफ्ते में किसी तरह से बचकर नेपाल वापस पहुंच गईं और पुलिस को सूचना दे दी। उन्होंने यूपी के महाराजगंज बॉर्डर से नेपाल में प्रवेश किया था। ये बॉर्डर वाराणसी से 250 किमी दूर है। महिलाओं की सूचना के आधार पर नेपाल और भारत की पुलिस ने संयुक्त आॅपरेशन चलाकर 24 जुलाई को उन्हें गिरफ्तार किया था। शिवपुर इंस्पेक्टर विजय बहादुर सिंह ने बताया कि पुलिस टीम को प्रेग्नेंसी जांच किट, महिलाओं के जूते और महिलाओं के अंतवस्त्र मिले थे। मानव तस्करी के आरोपी जय सिंह की दी हुई जानकारी के आधार पर यूपी पुलिस की अपराध शाखा ने चार अन्य कथित तस्करों को नई दिल्ली से दो दिन पहले गिरफ्तार किया था।
भाजपा नेता इस मामले पर खुलकर बात करने के लिए तैयार नहीं हुए। लेकिन वाराणसी के एक पार्टी नेता ने नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर द टेलीग्राफ को बताया कि जय सिंह वाराणसी के शिवपुर इलाके में ब्याज पर पैसे देने का काम करता था। वह अपने आधे घर को बतौर हॉस्टल इस्तेमाल करता था।
इस हॉस्टल में सिर्फ महिलाएं, जिनमें अधिकतर नेपाल की होती थीं, रहा करती थीं। वह हर हफ्ते कुछ महिलाओं को यहां से कहीं और शिफ्ट कर देता था और महिलाओं की नई खेप वहां रहने के लिए आ जाया करती थी। हमें कोई अंदाजा नहीं था कि वहां पर असल में चल क्या रहा था। हमने अपने सीनियर्स को इस संबंध में पूरी जानकारी दी है।” भाजपा के वाराणसी महानगर के महासचिव प्रभात सिंह ने द टेलीग्राफ को बताया, ”ये साफ नहीं है कि जय सिंह कब भाजपा युवा मोर्चा में था। हम खुद भी तय नहीं कर पा रहे हैं कि क्या वह अभी भी हमारा सदस्य है या नहीं। क्योंकि हमारी आॅनलाइन सदस्यता तो हमेशा सबके लिए खुली हुई है। लेकिन मैं भरोसे के साथ इतना कह सकता हूं कि वह हाल के वर्षों में किसी भी भाजपा नेता के संपर्क में नहीं था।