शाहजहांपुर, 28 अगस्त: ‘जिसे भगवान माना था, वही शैतान निकला। मेरे घर की इज्जत से खिलवाड़ करने वाले मुल्ज़िम संत आसाराम को सजा-ए-मौत मिलनी चाहिए। मुझे कानून पर पूरा भरोसा है। पुलिस पूरी मदद कर रही है, फिर भी जरूरत पड़ी तो सीबीआई से जांच की मांग उठाऊंगा। बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए आखिरी सांस तक लड़ता रहूंगा, इसके लिए मुझे चाहे कोई भी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े। किसी धमकी या दबाव से हरगिज नहीं डरूंगा।’
यह कहना है मुतास्सिरा लड़की के वालिद का। मंगल को देर रात जोधपुर से उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर लौटने के बाद मीडिया के बीच उन्होंने अपना दुख दर्द बांटा। उन्होंने कहा कि वह आसाराम के खिलाफ कोई साजिश नहीं रच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि संत ने उनकी बेटी के साथ जो घिनौना काम किया वह बहुत शर्मनाक है। मैं ही नहीं, दुनिया का कोई भी बाप अपनी बेटी की इज्जत पर कीचड़ उछालकर रंजिश नहीं निकालेगा, अगर कोई ऐसा कहता है तो वह गलत है।
उन्होंने कहा कि मेरी लड़की के साथ जो भी हुआ है, उसका मैं खुद गवाह हूं। उन्होंने बताया: जिस कमरे से आसाराम उसकी बेटी को खींचकर ले गए थे उसमें शीशे लगे हुए थे। अंदर की आवाज बाहर नहीं आ सकती थी।
मुतास्सिरा के वालिद ने कहा कि वह और उनका खानदान आसाराम को भगवान की तरह पूजते थे, लेकिन अब वह बेनकाब हो चुके हैं। आसाराम ने उन्हें कहीं का भी नहीं छोड़ा है। बेटी को इंसाफ दिलाने की खातिर वह सभी अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। उन्हें अदलिया और पुलिस पर भरोसा है।
आसाराम चाहे जितनी भी धमकियां दे लें इससे वह डरने वाले नहीं हैं। ऐसे ढोंगी और कुकर्मी संत को फांसी दे देनी चाहिए। लड़की के वालिद अपने उस बेटे को भी साथ लाए हैं जो छिंदवाड़ा गुरुकुल में यरगमाल था। इस वक्त मुतास्सिरा के घर वाले अपने घर पर पुलिस के पहरे में है।
मुतास्सिरा का कहना था कि अब उन पर मुल्ज़िम (आसाराम) से मुलाकात करने के लिए दबाव डाला जा रहा है।