मायावती और हाथी के मुजस्समे ढांक देने का हुक्म , डी जी पी और मोतमिद दाख़िला का तबादला

लखनऊ, ०८ जनवरी : ( पी टी आई ) : इलेक्शन कमीशन ने उत्तर प्रदेश में चीफ़ मिनिस्टर मायावती और बी एस पी इंतिख़ाबी निशान हाथी के मुजस्समों को ढांक देने का हुक्म दिया और रियास्ती डी जी पी बृजलाल और मोतमिद दाख़िला फ़तह बहादुर का तबादला कर दिया ।

चीफ़ इलैक्शन कमिशनर एसवाई क़ुरैशी ने कहा कि इन अहकामात पर जल्द अज़ जल्द अमल होगा । क्योंकि ये इंतिख़ाबी ज़ाबता अख़लाक़ से ताल्लुक़ रखने वाला मुआमला है । दो ओहदेदारों के तबादला के अहकामात उस वक़्त जारी किए गए जब मुख़्तलिफ़ सयासी जमातों के क़ाइदीन ने चीफ़ इलेक्शन कमिशनर एस वाई क़ुरैशी की ज़ेर क़ियादत इलेक्शन कमीशन टीम से मुलाक़ात करते हुए इन दोनों के ख़िलाफ़ शिकायत की और कहा कि वो जांबदाराना रोल अदा कर रहे हैं ।

इलेक्शन कमीशन ने बादअज़ां अतुल को नए डायरेक्टर जनरल पुलिस और मनजीत सिंह को प्रिंसिपल सैक्रेटरी ( दाख़िला ) मुक़र्रर क्या । इस ज़िमन में अहकामात रात देर गए जारी किए गए । उत्तरप्रदेश में 7 मराहिल पर मुश्तमिल इंतिख़ाबात 4 से 28 फरवरी होंगे ।

क़ुरैशी ने अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि कमीशन ने चीफ़ मिनिस्टर मायावती और हाथी के मुजस्समों को ढाँप देने का फ़ैसला किया है । इस का मक़सद ये है कि किसी को भी सयासी फ़ायदा हासिल करने का मौक़ा ना मिले । इंतिख़ाबात के दौरान दफ़ातिर में क़ाइदीन की तसावीर तक निकाल दी जा रही हैं ।

इलेक्शन कमीशन टीम के दो रोज़ा दौरा के मौक़ा पर बाअज़ सयासी जमातों की जानिब से ये मसला उठाए जाने के बाद आज अहकामात जारी किए गए । अपोज़ीशन क़ाइदीन ने इलैक्शन कमीशन टीम से शिकायत की थी कि बी एस पी सरबराह मायावती और उन की पार्टी के इंतिख़ाबी निशान हाथी के मुजस्समे रियासत भर में कई मुक़ामात पर नसब हैं ।

इस से हुक्मराँ जमात को फ़ायदा मिल सकता है और उसे पार्टी की तशहीर का ज़रीया बनाया जा सकता है । इलेक्शन कमीशन के अहकामात का ज़्यादा असर लखनऊ और नोईडा में नुमायां होगा क्यों कि यहां कसीर तादाद में ये मुजस्समे नसब हैं ।

मायावती मुल्क में वाहिद लीडर हैं जिन्हों ने ख़ुद अपने मुजस्समे तामीर करने का हुक्म दिया है । बी एस पी के पाँच साला दौर-ए-हकूमत के दौरान तामीर करदा पार्कस् में मायावती ने गौतमबुद्ध और बी आर अंबेडकर के साथ ख़ुद अपने मुजस्समे भी नसब करवाए । पार्टी का दावा है कि मायावती के सयासी अतालीक़ काशी राम की ख़ाहिश की तकमील के लिए उन के मुजस्समे नसब किए जा रहे हैं ।

एस वाई क़ुरैशी ने कहा कि इंतिख़ाबात के दौरान ऐसे कैलेंडर्स भी हटा दिए जाऐंगे जिन पर सयासी क़ाइदीन के नाम दर्ज हैं । इलेक्शन कमीशन के इन अहकामात का अपोज़ीशन जमातों ने जहां ख़ैर मुक़द्दम किया वहीं बी एस पी ने शदीद तन्क़ीद करते हुए कहा कि तबादलों से दलितों और दीगर पिछड़े तबक़ात में अदम तहफ़्फ़ुज़ का एहसास पैदा होगा ।

मुजस्समों के ताल्लुक़ से फ़ैसला को भी पार्टी ने नामुनासिब क़रार दिया ।