मायावती के हाथों अब तक 12 वुज़रा की बर्ख़ास्तगी

लखनऊ, ३० दिसम्बर: (यू एन आई) उत्तरप्रदेश की छोटी सनअत के वज़ीर चन्द्र देव राम यादव को हटाए जाने की सिफ़ारिश के साथ ही लोक आयुक़्त जज (रिटायर) एन के महरोत्रा ने अभी तक 12 वुज़रा की बर्ख़ास्तगी की सिफ़ारिश की जिन में से मायावती ने ग्यारह को बाहर का रास्ता दिखा दिया।

मिस्टर यादव के ख़िलाफ़ ओहदे पर रहते हुए अपनी आबाई ज़िला आज़मगढ़ के एक स्कूल से हेडमास्टर की तनख़्वाह लेने का भी इल्ज़ाम है। वज़ीर मौसूफ़ ने दो दिन क़बल लोक आयवकत से रुजू करके अपनी ग़लती तस्लीम की थी। इस के बाद कल देर शाम जज ने उन्हें हटाने की सिफ़ारिश वज़ीर-ए-आला से कर दी।

इन के ऊपर बदउनवानी के दीगर इल्ज़ामात भी हैं।लोक आयुक़्त की सिफ़ारिश पर अभी तक बर्ख़ास्त किए गए वुज़रा में मज़हबी उमूर के राजेश त्रिपाठी, डेरी के फ़रोग़ के वज़ीर अवध पाल सिंह यादव, वज़ीर मेहनत बादशाह सिंह, सेकेंडरी एजूकेशन के वज़ीर राज नाथ मिश्र, अंबेडकर ग्राम विकास वज़ीर रत्ना अहेरी वार, ज़रई तालीम के वज़ीर राज पाल त्यागी, आली तालीम के वज़ीर राकेश धर त्रिपाठी, डाक्टर यशपाल सिंह, तवानाई के वज़ीर (इज़ाफ़ी चार्ज) अकबर हुसैन, पसमांदा तबक़ात की बहबूद के वज़ीर अवधेश शर्मा और डाक्टर हरी ओम शामिल हैं।