मायावती को सत्ता में नहीं आने दूँगा: दया शंकर

लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ताज नगरी आगरा में जब लाखों की भीड़ के दरम्यान उत्तर प्रदेश की अगली मुख्यमंत्री होने का दावा और वहां उपस्थित लोगों से इसमें सहयोग की अपील कर रही थीं। ठीक उसी समय पड़ोसी जिला मथुरा के सिकंदराराऊ के टिकली खुर्द में मायावती को अपशब्द कहने के आरोप में भाजपा से निष्काषित दयाशंकर सिंह और उनकी पत्नी स्वाति सिंह उन्हें किसी भी हालात में मुख्यमंत्री नहीं बनने देने की चुनौती दे रहे थे। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि वे विधानसभा चुनाव में बसपा का बहिष्कार करें और मायावती को सत्ता में आने से रोकें।
उन्होंने मायावती के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि वह सत्ता में नहीं आएं इसके लिए सूबे में अभियान चलाएंगे। लोगों से चुनाव में बसपा का बहिष्कार करने की अपील करेंगे। इसी सिलसिले में वे 22 अगस्त को आगरा भी जाना चाहते थे, पर प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। जाने नहीं दिया।
दयाशंकर सिंह और उनकी पत्नी स्वाति सिंह टिकरी खुर्द गांव में आयोजित स्वाभिमान सम्मान बचाओ सम्मलेन को संबोधित कर रहे थे। यह इलाका ठाकुर बहुल है और वे अपने स्वजातिओं के बुलावे पर यहाँ आए थे। इससे पहले दोनों अलीगढ़ शताब्दी एक्सप्रेस से पहुंचे। वहां विश्राम करने के बाद सिकंदराराऊ के लिए निकल पड़े। सम्मलेन को संबोधित करते हुए उन्होंने फिर दोहराया कि उनकी पत्नी विधानसभा की किसी भी सामान्य सीट से मायावती के खिलाफ चुनाव लड़ने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि वह जब भी यह चुनौती रखते हैं, उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आता।
दयाशंकर सिंह सपा सरकार से भी खासे नाराज़ हैं। उनका कहना कि उन्हें तो गिरफ्तार कर जेल भेजने में कोई देरी नहीं की गई, पर उनकी पत्नी, बेटी को गलियां देने वाले आज भी खुला घूम रहे हैं। स्वाभिमान सम्मान बचाओ सम्मलेन का आयोजन भारतीय क्षत्रिय महासभा ने किया था। उनकी ओर से पति-पत्नी के स्वागत के लिए अलीगढ़ में खास इंतज़ाम किए गए थे।

लखनऊ से एम ए हाशमी