मायावती दयाशंकर मामले को जानबूझ कर जातिगत मुद्दा बनाने पर तुली हैं: अनुप्रिया पटेल

बीजेपी नेता दयाशंकर और बसपा सुप्रीमों मायावती विवाद पर आज केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि दयाशंकर सिंह का मायावती के चरित्र पर अपमानजनक टिप्पणी करना बेशक निंदनीय था लेकिन बसपा प्रमुख एवं उनके समर्थकों की प्रतिक्रिया उससे भी अधिक आपत्तिजनक है।
बीजेपी ने उनके खिलाफ करवाई करते हुए उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष पद से हटाने के साथ ही उन्हें पार्टी से छह वर्ष की अवधि के लिए निष्कासित कर दिया। सिंह ने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया वह एक महिला की गरिमा को कमतर करते हैं और इसी कारण से उन्हें पार्टी की ओर से कार्रवाई का सामना करना पड़ा। लेकिन जो मायावती जो उनकी परिवार की औरतों के खिलाफ बोली हैं वह भी सरासर गलत है। मायावती अपने समर्थकों के अनैतिक अभियान का आवाहन कर रही है जो सिंह के परिवार की महिला सदस्यों के बारे में सार्वजनिक रूप से बहुत ही घिनौने तरीके से अपशब्द कह रहे हैं। अनुप्रिया का कहना है कि ऐसा लगता है जैसे मायावती मामले को मात्र जातिगत मुद्दा बनाने पर तुली हुई हैं।

दयाशंकर सिंह की माँ तेतरा देवी ने आरोप लगाया था कि मायावती ने परिवार की महिला सदस्यों के खिलाफ ‘‘अभद्र भाषा’’ का इस्तेमाल किया और बसपा नेताओं ने गत गुरूवार को लखनउ में विरोध प्रदर्शन के दौरान ‘‘आपत्तिजनक’’ नारे लगाये और रैली में सिंह की 12 वर्षीय पुत्री को भी इस मामले में घसीटा गया।